Damoh. तिरंगे की महानता को तो फिरंगियों ने भी समझ लिया था, इसलिए उन्होंने देश छोड़ दिया था। जिन्होंने आजादी की लड़ाई में तिरंगे को कभी छुआ नहीं, जो आज तक एक ही रंग के ध्वज को राष्ट्रीय ध्वज कहने की बात करते रहे, अब वो भी ;भाजपा तिरंगा का महत्व समझ गए हैं। तिरंगा यात्रा को लेकर ये कटाक्ष मध्यप्रदेश के पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने दमोह में कही।
उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने 52 साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया, वह भी तिरंगा के महत्वपूर्ण समझ गए हैं। अच्छा लगता यदि सरकार तिरंगे का मोल ना लगाती और मुफ्त में लोगों को तिरंगा बांटती। तिरंगा देश की धरोहर है, देश की शान है। सरकार अपनी मंशा के अनुरूप हर चीज को बेचने की मानसिकता बना रही है। अब तिरंगा भी बेच दिया, जो बड़ा अजीब है।
जब पूर्व मंत्री से पूछा गया कि इतना ही गलत हो रहा था तो कांग्रेस ने विरोध क्यों नहीं किया। इस पर उन्होंने कहा कि मोदी में विरोध की आवाज सुनने का साहस है क्या? पत्रकारों के साथ वो कब बैठे हैं? वह केवल मन की बात करते हैं, लोगों के मन की बात कभी नहीं सुनते। पूर्व मंत्री घनघोरिया दमोह में आयोजित नगर पालिका अध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दमोह पहुंचे थे।
बता दें कि दमोह में बीजेपी को शिकस्त देने के बाद कांग्रेसियों में गजब का उत्साह है। इस दौरान पदभार ग्रहण समारोह में तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा ने भी शिरकत की। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में कांग्रेस के नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने सदैव शहर के हित में विकास कार्य और जनता की सेवा करने के संकल्प को दोहराया।