REWA. महानगर की ओर रीवा शहर एक कदम और बढ़ने जा रहा है। केंद्र सरकार ने सेतुबंध योजना के तहत रीवा शहर में अब तक के सबसे बड़े फ्लाईओवर के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कलेक्ट्रेट से लेकर विष्णु एम्पायर तक लम्बा यह फ्लाईओवर शहर का चौथा और दूसरा ट्रैंगुलर फ्लाईओवर होगा। इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय से मिल चुकी है। जल्द ही टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला की देन है।
175 करोड़ की लागत से बनेगा
इस फ्लाईओवर पर कुल 175 करोड़ व्यय होगा, जिसकी प्रशासकीय स्वीकृति भी मिल चुकी है। इसकी मंजूरी की जानकारी दो दिन पहले प्रदेश में कई योजनाओं का शिलान्यास करने आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा दी गई। बताया गया है कि शहर में 3 फ्लाईओवर बनने के बाद भी जाम की समस्या कम नहीं हो पा रही थी।
जाम से मिलेगी मुक्ति
विशेषकर शाम को जब लोगों को रेल पकड़नी होती है,उस वक्त कलेक्ट्रेट पुराने बस स्टैंड से लेकर ढेकहा तिराहे तक भीषण जाम लग जाता है। जिसके कारण कई बार ट्रेन छूट जाया करती है। यही नहीं अक्सर यहां के जाम में अस्पताल की एंबुलेंस भी घंटो फंसी रहती हैं, फलस्वरूप कई बार मरीज की जान जोखिम में फंस जाती है जिसे बचा पाना डॉक्टर के लिए कठिनाई भरा होता है। नए फ्लाईओवर से यातायात तो सुगम होगा ही इन समस्याओं से शहर वालों को छुटकारा मिल जाएगा। शहर वासी इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। इसके पहले सिरमौर चौक, सरदार पटेल न्यू बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन मोड 3 फ्लाईओवर बनकर तैयार हो चुके हैं।
जल्द ही महानगर होगा रीवा: राजेन्द्र शुक्ल
पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल इस नए प्रोजेक्ट से उत्साहित है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार की सेतुबंध योजना के तहत रीवा में चौथा फ्लाई ओव्हर स्वीकृत हुआ है जिसका प्रस्ताव हम लोगों ने पहले से भेज रखा था। उन्होंने कहा कि इस फ्लाई ओव्हर के बन जाने से जाम की समस्या खत्म हो जायेगी। इसके अलावा शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगले पांच दस साल में रीवा महानगर में शामिल हो जायेगा। श्री शुक्ला ने कहा कि इससे रीवा में रोजगार के अवसर भी खुलेगें।