SINGRAULI. एमपी के सिंगरौली में पुलिसकर्मी की सरेआम पिटाई के बाद अब थानेदार सहित 4 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। मोरवा थाने के एएसआई पर बीते मंगलवार की रात ट्रक चालकों ने जमकर लाठी डंडे से प्रहार कर दिया था, मारपीट का वीडियो वायरल होने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मोरवा बैढन मुख्य मार्ग में ट्रक ड्राइवरों की निरंकुशता और हैवानियत के मामले ने आम लोगों को ही नहीं प्रशासन और सरकार के लोगों को भी हैरान कर दिया है। पुलिस विभाग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने ड्यूटी के दौरान जाम खुलवाने गए ASI के साथ मारपीट मामले में मोरवा निरीक्षक मनीष त्रिपाठी सहित ASI अरविंद चतुर्वेदी,डीएन सिंह,और प्रधान आरक्षक संजय सिंह को पहले लाइन हाजिर फिर सस्पेंड तो कर दिया है, परंतु जन चर्चाओं में जहां इस निर्णय को अपराधियों के हौसले बुलंद करने वाला माना जा रहा है। वहीं इसमें कोयले के काले कारोबार में सत्ता के रसूख के इस्तेमाल की भी बू आ रही है। माना जा रहा है कि मामला अधिक हाईलाइट ना हो लिहाजा टीआई समेत कुछ को बलि का बकरा बना दिया गया है।
पिटाई का वीडियो हो रहा वायरल
काबिल ए गौर हो कि एक ट्रक चालक द्वारा एएसआई रैंक के पुलिसकर्मी की बेरहमीपूर्वक पीटने का वीडियो फुटेज ने सभी को विचलित कर दिया है। बताया जाता है कि मंगलवार -बुधवार की दरमियानी शाम जिला मुख्यालय बैढ़न से 25 किमी दूर मोरवा थानांतर्गत जयंत मोरवा मार्ग पर वैध -अवैध कोयला परिवहन करने वाले ट्रकों- हाइवा की धमाचौकड़ी और ओवरटेक के कारण जाम लगा हुआ था। जिसकी सूचना थाना प्रभारी मनीष त्रिपाठी को मिली, उन्होंने सूचना मिलते ही एएसआई अरविंद चतुर्वेदी समेत दो अन्य पुलिसकर्मी को जाम खुलवाने निर्देशित कर रवाना किया। जहा पहुंचने पर कुछ ट्रक ड्राइवरों ने पुलिस कर्मी से ज्यादा बहस करनी शुरू कर दी।
एएसआई को गंभीर चोटें
इसी बीच ट्रक ड्राइवरों ने जाम खुलवाने गए एएसआई अरविंद चतुर्वेदी पर कातिलाना हमला कर दिया और लाठी से इतनी बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया शायद इस तरह किसी जानवर को भी पिटता हुआ नहीं देखा गया होगा। सोसल मीडिया में वायरल वीडियो में देखने में आया है कि एएसआई को एक ड्राइवर ने पकड़ लिया जिससे वह अपना बचाव भी नहीं कर सके। बताया जाता है कि शायद एकाध लाठी का प्रहार एएसआई के सिर में लग गई होती तो जान भी जा सकती थी। पर ईश्वर का शुक्र है कि एएसआई की जान बच गई है लेकिन ट्रक ड्राइवरों के कातिलाना हमले में एएसआई को गंभीर चोटें आई है। इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन हतप्रभ और सकते में है।
लाइन हाजिर फिर सस्पेंड
पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह ने बेरहमी पूर्वक पीटे गए एएसआई अरविन्द चतुर्वेदी सहित एएसआई डीएन सिंह, थाना प्रभारी मनीष त्रिपाठी और एक हेड कांस्टेबल संजय सिंह को पहले तो लाइन हाजिर किया फिर आज सभी को सस्पेंड कर दिया है। इस कार्यवाही को लेकर तरह तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि एएसपी शिवकुमार वर्मा ने कहा है कि एएसआई पर हमला करने वालो को बख्शा नहीं जायेगा।
कोयले के काले कारोबार से जुड़ा है पूरा मामला
जैसा कि सर्वविदित है कि मोरबा थाना क्षेत्र में ही एनसीएल का मुख्यालय है और इसी क्षेत्र में कोयला लोडिंग साइटों के कई वैध अवैध ठिकाने भी हैं। लिहाजा कोयले के काले कारोबार का यहां पनपना नई बात नहीं है। इस काले कारोबार में दिल्ली -भोपाल में बैठे सत्ता सोपान से लेकर स्थानीय रसूखदारों की संलिप्तता भी जगजाहिर है। कहने वाले तो यहां तक कहते हैं कि कोयला, कबाड़ और तेल के काले कारोबार की वजह से ही यहां के कई थानों की बोली लगती है और उसी को जिम्मेदारी सौंपी जाती है जो सर्वाधिक बोली के साथ रसूखदारों को महीना पहुंचाना तय कर लेता है। गैंगवॉर, हत्या जैसे कृत्यों के आदि इस कारोबार से जुड़े लोगों के हाथ इतने लंबे हो चुके हैं कि अब वर्दी पर भी आक्रमण करने लगे हैं। पिछले माह खनहना वन चौकी पर इसी काले कारोबार से जुड़े एक रसूखदार के सुपुत्र द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग करने और वन कर्मियों की पिटाई के बाद भी खुलेआम आजाद घूमने का मामला हो या फिर अब पुलिस कर्मी की जानलेवा धुनाई का दोनों ज्वलंत उदाहरण हैं।