INDORE: हाकमसिंह सुसाइड केस में एक और आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ में कहा मैं बेकसूर, मोबाइल रिकॉर्डिंग को लेकर साधी चुप्पी

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The Sootr CG
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INDORE: हाकमसिंह सुसाइड केस में एक और आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ में कहा मैं बेकसूर, मोबाइल रिकॉर्डिंग को लेकर साधी चुप्पी

INDORE. हाकम सिंह सुसाइड केस में चौथे आरोपी गोविंद जायसवाल (कपड़ा व्यापारी) से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। गोविंद ने कोर्ट में सरेंडर किया था। व्यापारी की 13 अगस्त की पूरी रात थाने में ही बीती थी। इसके बाद 14 अगस्त को पूछताछ में वो पुलिस के सामने खुद को बेकसूर बताता रहा। मामले में गोविंद का नाम टीआई से पैसों के लेन-देन को लेकर है।



टीआई को बताया आरोपी ने दोस्त



गोंविद जायसवाल की टीआई के एक मोबाइल में रिकॉर्डिंग मिली थी। इन्हीं कॉल डिटेल्स में उसके नंबर पर बात होने की जानकारी मिली थी। इसी जानकारी को मद्देनजर रखते हुए उसे आरोपी बनाया गया। गोविंद वारदात के बाद से ही फरार था। अब गोविंद के सरेंडर के बाद उसे पूछताछ के लिए अजाक थाने में रखा है। गोविंद ने पूछताछ में कहा कि उसका इस पूरे प्रकरण से कोई लेना देना नहीं है। टीआई तो उसके अच्छे दोस्त थे, कई सालों से उसका टीआई के घर आना जाना था। लेकिन जब उससे, मोबाइल की रिकॉर्डिंग के बारे में पूछा गया तो वह जवाब नहीं दे पाया। 



टीआई के पैसे नहीं लौटाए, टालता रहा



गोविंद के बारे में पुलिस को हाकम सिंह की तीसरी पत्नी रेशमा उर्फ जागृति शेख ने बताया था। रेशमा (जागृति शेख) ने बयान दिया था कि व्यापारी गोंविद जायसवाल से हाकमसिंह को पैसे लेने थे। हाकमसिंह ने ही मुझे ये बात बताई थी और कई बार तो गोंविद ने रेशमा के खाते में भी रुपए जमा किए थे। इन ट्रांजेक्शंस को लेकर पुलिस ने पासबुक भी जब्त की है। वहीं हाकमसिंह के भाई और भतीजे ने भी बताया था कि हाकमसिंह, गोविंद से पैसों को लेकर झगड़ने की बात भी करते थे। गोविंद पैसे नहीं देता था, हमेशा टालता रहता था।



गोविंद का वॉइस सेंपल लिया जाएगा



पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गोंविद जायसवाल और टीआई हाकम सिंह पवार के बीच कई बार बात हुई थी। रिकॉरिडिंग में टीआई के सुसाइड के 1 घंटे पहले भी रंजना और उसके भाई (कमलेश खांडे) को रुपए देने की बातचीत भी थी। पुलिस के पास ये रिकॉर्डिंग है। अब पुलिस गोविंद के वॉइस सेंपल लेकर जांच के लिये भेजेगी।



गोविंद पर पुलिस रखने वाली थी इनाम



गोंविद जायसवाल ने 3 बार अग्रिम जमानत (Anticipatory bail) लगाई थी। गोविंद हाईकोर्ट तक अपनी जमानत के लिए अपील कर चुका था। उसे पुलिस द्वारा सख्ती को लेकर डर था। जब गोविंद नहीं मिला तो पुलिस ने उस पर इनाम रखने की भी तैयारी कर ली थी। इसलिये उसने सबसे पहले कोर्ट जाकर अपने साथ मारपीट नहीं किये जाने और सख्ती से पेश नहीं आने की बात कही। पुलिस ने गोविंद के प्रॉपर्टी अटेचमेंट की तैयारी भी कर ली थी। इसलिए गोविंद आखिर (व्यापारी) को पेश होना ही पड़ा। 



अब इस मामले में पुलिस गोविंद सेरेशमा से लेनदेन को लेकर पूछताछ करेगी। साथ ही रेशमा के अकाउंट्स में ट्रांसफर किए गए पैसों की जानकारी निकालेगी।

 


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