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नवीन मोदी, GUNA. एमपी के गुना जिले के बमोरी (Bamori) क्षेत्र में आचानक 30 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। इसके बाद से संभावनाएं जताई जाने लगी कि बिमारी (Disease) का कारण दूषित खानपान है। इसके बाद से इलाके में दहशत का महौल है। पीएचआई ने शुरुआती जांच में पाया कि पानी का स्तर सामान्य है क्योंकि नाइट्रेट नहीं मिला है। इसलिए कहा जा रहा है कि लोगों के बीमार होने का कोई दूसरा ही कारण है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) का मानना है कि खाने से भी लोग बीमार हो सकते हैं इसलिए इसकी जांच की जा रही है।
जिला प्रशासन भी हुआ सक्रिय
गुना जिला की भिडरा पंचायत (Bhidra Panchayat) के उमरदा गांव (Umda Village) की सहरिया बस्ती में कई लोगों को अचानक उल्टी-दस्त होने लगे थे। इसी बीच एक बिमार व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का नाम वचन सहरिया है, जिसकी उम्र 35 साल बताई जा रही है। एक साथ इतने लोगों के बीमार होने से इलाके में हड़कंप मच गया। गांव के सभी बिमार लोगों को फतेहगढ़ स्वास्थ्य केंद्र (Fatehgarh Health Center) में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार एक मरीज की हालत बेहद गंभीर है, जिसको इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना के बाद से जिला प्रशासन एक्टिव हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने गांव में जाकर स्थितियों का जायजा लिया।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा है जांच
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में एक ट्यूबवेल है, जो ढाई साल से बंद पड़ा था। बीते रोज उसे दोबारा एक्टिव किया गया। इसी ट्यूबवेल का दूषित पानी पीने से इतनी बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए। बीमार होने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। पीएचई विभाग ने गांव से पानी के सैंपल लिए हैं। शुरुआती जांच में यह सामने आया कि पानी में नाइट्रेट नहीं मिला है। इसलिए पानी पीने से लोगों के बीमार होने की बात पूरी तौर पर सही नहीं कही जा सकती। स्वास्थ्य विभाग ने भी मरीजों के सैंपल लिए हैं। इन सैंपल की जांच होगी।