भोपाल. राजधानी में स्थित गांधी भवन में गांधीवादियों ने एक दिन का उपवास किया। यह उपवास कार्यक्रम सर्व सेवा संघ वर्धा और सर्वोदय समाज की अपील पर देश भर में किया गया। 'बापू की याद में एक दिन का उपवास' नामक कार्यक्रम देशभर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के तहत देश के कोने-कोने में फैले गांधीवादियों ने अपनी समर्थता के अनुसार श्रद्धांजलि सभा और उपवास का आयोजन किया। यह उपवास देश में फैलाई जा रही घृणा और नफरत को मिटाकर परस्पर प्रेम, भाईचारा, शांति और विश्वास का वातावरण निर्मित करने के लिए और कोरोना काल में प्रभावित लोगों के लिया किया गया।
गांधी भवन पहुंचे राज्यपाल: हर साल की तरह इस वर्ष भी गांधी भवन में बापू की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल पहुंचे। कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जी को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। इसके बाद सर्वधर्म प्रार्थना की गई और बापू के प्रिय भजन गाए गए। इस मौके पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने गांधी को याद करते हुए उनके विचारों का अनुसरण करने की बात कही। सर्व धर्म के प्रतिनिधियों ने भी गांधी के विचारों को दोहराया। इस सभा में कोविड-19 का पालन करते हुए बैठने की व्यवस्था की गई, जिसमें शहर के सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचे।
अहिंसक समाज निर्माण हेतु उपवास: गांधी के सत्य, अहिंसा और सेवाभाव को समाज में स्थापित करने के लिए शहर के गांधीजनों ने उपवास कर चिंतन, मनन किया। गांधी भवन में गांधी प्रतिमा के सामने जितेंद्र शर्मा, आनंद पटेल, नीलू दिवाकर, शिवाशीष तिवारी और चारिका ने दिन भर का उपवास रखा। इन्हें नैतिक समर्थन देने के लिए शहर के तमाम समाजसेवी पहुंचे। इस दौरान गांधीजनों ने गांधी के साहित्य का पाठन, परिचर्चा और भजन गाए। देश और समाज में फैल रही हिंसा को रोकने के लिए विचार-विमर्श किया गया। इस विमर्श में गांधी भवन के सचिव दयाराम नामदेव, रामकुमार विद्यार्थी, राजू कुमार, मोहसिन खान सहित अन्य लोग शामिल हुए।