GWALIOR.ग्वालियर अंचल में तीन दिन हुई लगातार बरसात ने हालांकि जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया लेकिन ग्वालियर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले तिघरा जलाशय के देर रात को गेट खोले गए ।कलेक्टर ग्वालियर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल आधी रात में ही तिघरा जलाशय पहुंचे और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। स्मरण रहे बीते नब्बे साल से ग्वालियर नगर को पीने के पानी की सप्लाई इसी तिघरा बांध से होती है जिसका निर्माण सिन्धिया शासकों ने कराया था।
पहली बार अक्टूबर में खुले गेट
ग्वालियर चम्ब्ल अंचल में बरसात का पानी इस बाँध में आता है और तब इसका लेबल बढ़ जाता है तब इसके गेट खोलना पड़ते है लेकिन इस बार अंचल में मानसून के दौआर्ण बरसात कम हुई जिसके चलते अगस्त और सितम्बर में एक बार भी गेट नहीं खोलना पड़े इसकी बजह से प्रशासन चिंतित था क्योंकि तिघरा के खाली रह जाने की स्थिति में गर्मियों में ग्वालियर महानगर में पीने के पानी की भारी किल्लत आ जाती है। लेकिन बीते दो दिन से इसके केचमेंट एरिया में हो रही झमाझम बारिश के चलते कल दोपहर में ही सिचाई विभाग ने एलान कर दिया था कि तिघरा बाँध के गेट खोलना पड़ सकते हैं और इसीलिए इसके स्कूटर में आने वाले गाँव में लाउडस्पीकर से मुनादी कराई जा रही थी ताकि इसके पानी से आने वाली बाढ़ से किसी प्रकार के नुक्सान से बचा जा सके।
एक ही दिन में पहुंचा साढ़े तीन फुट पानी
लगातार हो रही बरसात के चलते तिघरा डेम में केवल एक दिन में ही साढ़े तीन फ़ीट पानी पहुंचने से डेम लबालब हो गया। इसकी सूचना मिलते ही कालेकर और नगर निगम आयुक्त रात लगभग साढ़े दस बजे तिगरा बाँध पर पहुँच गए। सिंचाई विभाग के इंजीनियर वहां पहले से ही मौजूद थे। जब जलाशय का पानी 738.50 फ़ीट के नशान को छूने लगा वैसे ही रात लगभग 11. २० बजे खतरे का सायरन बजाकर अलर्ट किया गया और फिर 11.45 बजे बाँध के तीन गेट खोले गए। इससे पहले 2019 और 2018 में गेट खोले गए थे।
अफसर खुश दो साल के पानी का इंतज़ाम हुआ
बाद में ही बरसात ने हालांकि काफी नुकसान किया है लेकिन ग्वालियर के अफसर खुश है क्योंकि तिघरा फुल होने से ग्वालियर शहर के लोगों को एक वर्ष तक पानी की निर्बाध सप्लाई की जा सकेगी। वहीं आसपास स्थित अपर ककेटो,ककेटो और पेहसारी बांध के भर जाने से इतने पानी का बंदोबस्त हो चुका है कि दो वर्ष तक ग्वालियर में पेयजल आपूर्ति में दिक्कत नहीं आएगी।