इंद्रपाल सिंह, ITARSI. रणजी ट्रॉफी में 88 साल बाद मध्यप्रदेश की क्रिकेट टीम ने जीत हासिल की है। इस जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मध्यम गति के तेज गेंदबाज गौरव यादव और बल्लेबाज यश दुबे नर्मदपुरम जिले के रहने वाले हैं। 26 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 41 बार की रणजी विजेता मुंबई की टीम को हराया। मध्यप्रदेश की इस जीत को गौरव यादव ने 6 विकेट लेकर पक्का किया। गौरव के इस प्रदर्शन से उनके गांव विसोनीकला में जश्न का माहौल रहा।
गौरव के घरवालों ने लाइव देखा मैच
मध्यप्रदेश और मुंबई के बीच चल रहे फाइनल मैच को गौरव के घरवालों ने टीवी पर लाइव प्रसारण देखा। टीम को जीत मिलते ही आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया। टीम में शतक मारने वाले बल्लेबाज यश दुबे भी नर्मदापुरम की क्रिकेट टीम से खेलते हैं। उनकी जीत पर खिलाड़ियों में जश्न का माहौल है।
गौरव यादव के पिता किसान और मां हाउसवाइफ
बिसोनीकला के रहने वाले गौरव यादव के पिता किसान हैं और उनकी मां हाउसवाइफ हैं। घरवालों का कहना है कि गौरव ने टीवी पर मैच देखकर खुद की मेहनत और निजी अभ्यास से ये मुकाम हासिल किया। ग्रामीणों का कहना है कि गौरव की इस उपलब्धि से हम सब गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पूरे गांव में खुशी का माहौल है।
गौरव यादव ने 6 विकेट लेकर पक्की की जीत
रणजी के फाइनल में गौरव यादव सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 6 विकेट चटकाए। गौरव यादव इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में चौथे नंबर पर रहे। गौरव ने 10 पारियों में 23 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने एक पारी में 11 रन देकर 5 विकेट लिए। गौरव यादव ने 18.91 के औसत से और 3.42 की इकॉनमी से गेंदबाजी की।
यश दुबे ने रखी थी फाइनल में जीत की नींव
रणजी के इस सीजन में यश दुबे सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में चौथे नंबर पर रहे हैं। उन्होंने 6 मैच की 10 पारियों में 614 रन बनाए। यश दुबे ने 76.75 की औसत से रन बनाए। उन्होंने दो शतक और एक फिफ्टी लगाई। यश दुबे ने फाइनल में 133 रन की शानदार पारी खेली थी। यश दुबे ने ही फाइनल में मध्यप्रदेश की जीत की नींव रखी थी।