भोपाल. अरूण तिवारी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने 21 मई को विधायकों की बैठक बुलाई है। कमलनाथ के निवास पर होने वाली ये बैठक कई मायनों में अहम मानी जा रही है। डॉ गोविंद सिंह के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार ये बैठक होने जा रही है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के साथ कुछ और भी फैसले हो सकते हैं। कांग्रेस आंदोलन की रुपरेखा बनाएगी तो विधायक दल के नए सचेतक की घोषणा भी हो सकती है। कांग्रेस विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष के रुप में भी एक विधायक को जिम्मेदारी दे सकती है।
सज्जन या बाला बन सकते हैं सचेतक
डॉ गोविंद सिंह के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद कांग्रेस विधायक दल का नया सचेतक बनाया जाना है। पहले ये जिम्मेदारी डॉ गोविंद सिंह निभा रहे थे। जातिगत समीकरण के आधार पर कांग्रेस ये नियुक्ति करेगी। मुख्य सचेतक के रुप में अनुसूचित जाति या आदिवासी विधायक को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा या बाला बच्चन में से किसी एक को मुख्य सचेतक बनाया जा सकता है। वहीं कांग्रेस के अंदर उपनेता प्रतिपक्ष बनाने को लेकर भी विचार मंथन किया जा रहा है। उपनेता के रुप में पिछड़ा वर्ग से आने वाले जीतू पटवारी को कमान सौंपी जा सकती है। जीतू पटवारी अभी प्रदेश कांग्रेस में मीडिया विभाग के अध्यक्ष तौर पर काम कर रहे हैं। चर्चा ये भी है कि सरकार को घेरने और मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाने के लिए डॉ गोविंद सिंह की मदद करने विधायकों की एक समिति का गठन भी किया जा सकता है।
बनेगी बिजली सब स्टेशन को घेरने की योजना
विधायक दल की बैठक में बिजली संकट के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की योजना को भी अंतिम रुप दिया जा सकता है। इसके तहत जिला और ब्लॉक स्तर पर बिजली सब स्टेशन पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष और विधायकों से अनिवार्य रुप से शामिल होने को कहा जाएगा। इसके अलावा मिशन 2023 को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि जिन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस कम अंतर से हारी है उनकी जिम्मेदारी आस—पास की विधानसभा के विधायक को दी जाएगी।