भोपाल. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) ने विधायकों पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि पहले विधायकों को अनुभवों का ज्ञान था। सोशल मीडिया वाली सुविधा नहीं थी। जब वो गांव जाता था, लोगों से मिलता था। एक्सपीरियंस लेता था तब अनुभव प्राप्त करता था। आज के विधायकों को गूगल का ज्ञान है। विधानसभा अध्यक्ष (Assembly Speaker) ने ये बयान 82 वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में बुधवार, 18 नवंबर को दिया है।
घटना बाद में होती है पहले खबर आ जाती है
82 वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में @Girish_gautammp ने विधायकों पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पहले विधायक अनुभव वाले थे, अब MLA गूगल वाले हैं।@BJP4MP @INCMP pic.twitter.com/UkeRZ7996T
— TheSootr (@TheSootr) November 18, 2021
विधायक गौतम ने कहा कि आप कह रहे थे कि पहले समाचार पत्र बनता था विधानसभा में बहस होने के बाद लेकिन आज हो गया है कि समाचार पत्र छपने के बाद विधानसभा में बहस होती है। उसके प्लस करके कहना चाहता हूं कि घटना बाद में घटती है और सोशल साइट्स पर पहले आ जाती है। हमारी उम्र में यहां तक पहुंच गए है।
उन्होंने कहा कि आज जमाना बदला हुआ है, आज जमाना दूसरा है। पहले अनुभवों का ज्ञान था, संपर्कों का ज्ञान था। विधायक के पास सोशल मीडिया वाली सुविधा नहीं थी। इस तरह का कम्युनिकेशन नहीं था। जब वो गांव जाता था, लोगों से मिलता था। एक्सपीरियंस लेता था तब अनुभव प्राप्त करता था। आज गूगल का ज्ञान है।
मुख्य सचिव को लेकर दिया था विवादास्पद बयान
पिछले दिनों गिरीश गौतम ने एक विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कौन से अधिकारी बुलाना चाहते हो, मुझे बताओ। एक आदेश जाता है, CS (चीफ सेक्रेटरी) खड़ा रहता है, 4-5 घंटे बैठाकर रखता हूं, पर मैं नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि विंध्य का प्रथम चौकीदार, प्रथम सेवक मैं हूं। ये कहिए, मुझे अच्छा वो लगेगा। मैं ना विंध्य का नायक बनना चाहता हूं, ना कभी विंध्य का शेर बनना चाहता हूं, ना ही कभी विंध्य का विकास पुरुष बनना चाहता हूं। ये कुछ नहीं बनना चाहता।