दमोह के देवी पंडाल में दिख रही कूनो पालपुर के चीतों की झलक, पर्यावरण संरक्षण का दिया जा रहा है संदेश

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Rajeev Upadhyay
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दमोह के देवी पंडाल में दिख रही कूनो पालपुर के चीतों की झलक, पर्यावरण संरक्षण  का दिया जा रहा है संदेश

Damoh.  दमोह जिले में नवरात्र पर्व पर आकर्षक साज सज्जा के साथ देवी प्रतिमाओं की स्थापना धूमधाम से की गई है।  दमोह के बड़ा पुल पर पंचमी पर गुरुवार की रात मां वृषभ वाहनी दुर्गा उत्सव समिति के द्वारा मां गौरी की प्रतिमा रखी गई है इसके अलावा यहां मध्य प्रदेश के  कूनो पालपुर की झांकी सजाई गई है।  जहां 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 8 चीते छोड़े गए हैं।  



पर्यावरण संरक्षण की अलख




यह झांकी लोगों को बता रही है कि आज हमें पर्यावरण संरक्षण वन्य प्राणी संरक्षण की आवश्यकता है।  क्योंकि चीता भारत से विलुप्त हो गए थे और 75 साल के बाद नामीबिया से इन्हें भारत में पुनः वापस लाया गया है। यह  पूरे जिले में एकमात्र झांकी है जो लोगों को धर्म के साथ पर्यावरण संदेश दे रही है ।



दुर्गा स्थापना का 85वां वर्ष



झांकी सजाने वाले पेंटर राजू यादव ने बताया कि बड़े पुल पिछले 85 वर्षों से अधिक समय  मां वृषभ वाहनी  की प्रतिमा रखी जा रही है। यहां हर बार एक अलग प्रकार की सजावट होती है,  लेकिन इस बार उन्होंने यह सोचा कि  मध्य प्रदेश का नाम चीतों के भारत आने के बाद आज पूरी दुनिया में पटल पर आ गया है।  इसलिए क्यों ना हम इस प्रकार की झांकी बनाएं जिससे यह झांकी एक अपनी अमिट छाप छोड़ सके और लोगों को पर्यावरण और वन्य प्राणी संरक्षण  संदेश भी दिया जा सके।  



इसलिए उन्होंने जो झांकी सजाई है उसमें दोनों और चीते के पोस्टर लगाए हैं साथ ही जंगल बनाया है इसके अलावा वह इसमें एक फोटो वह भी लगा रहे हैं जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीतों को बाड़े में छोड़ने के बाद उनकी फोटो ले रहे हैं।  श्रद्धालु बड़ी संख्या में प्रतिमा और झांकी के दर्शन करने आ रहे हैं।


Damoh News दमोह न्यूज़ the message of environmental protection is being given दुर्गा पंडाल में शेर की जगह चीते की झलक दमोह के देवी पंडाल में दिख रही कूनो पालपुर के चीतों की झलक पर्यावरण संरक्षण का दिया जा रहा है संदेश