भोपाल. कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने 13 मई को मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना (Bal Kalyan Yojana) की घोषणा की थी। इस योजना से कोरोना की दूसरी लहर में अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता और पेंशन मिलनी थी। लेकिन अब सरकार ने सिंगल पेरेंट्स (Single parents) वाले बच्चों को इस योजना से बाहर कर दिया है। यानी जिन बच्चों के माता या पिता किसी एक की कोरोना से मृत्यु हुई है। उन बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
9 हजार से ज्यादा बच्चे प्रभावित होंगे
महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Departmen) के अधिकारियों के मुताबिक 'इस योजना के तहत आवेदन करने वाले अनाथ बच्चों की कुल संख्या 1001 है। जबकि 9 हजार से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं।' जिन्होंने महामारी के दौरान अपने माता या पिता किसी एक को खोया है। इनमें से ऐसे कई बच्चों हैं जिनके परिवार में कोई कमाने वाला तक नहीं बचा है। लेकिन सरकार ने बजट के कारण इन बच्चों को योजना से एक झटके में बाहर कर दिया था।
मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना
* 30 मार्च 2021 से 31 जुलाई 2021 के बीच जो बच्चे अनाथ हुए थे। उनकी आर्थिक सहायता के लिए इस योजना की शुरूआत की गई थी। इसके तहत 21 साल की उम्र तक हर महीने 5 हजार रुपए की पेंशन दी जाएगी।
* पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक शासकीय विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। निजी स्कूलों में भी राइट टू एजुकेशन प्रधान के अंतर्गत बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाएगी।
* कक्षा 9 से 12 तक यदि बच्चा निजी स्कूल में अध्ययनरत है तो प्रतिवर्ष ₹10000 की आर्थिक सहायता इस योजना के अंतर्गत प्रदान की जाएगी।
* उच्च शिक्षा के लिए लाभार्थियों को शासकीय केंद्र एवं राज्य शासन के अनुदानित विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा शुल्क एवं अन्य समस्त वार्षिक वास्तविक शुल्क जमा करने की छूट प्रदान की जाएगी।