भोपाल. PEB ने पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा-2020 (Police Constable Recruitment Exam-2020) आयोजित कराई थी। हाल में इसका रिजल्ट जारी किया गया था। कैंडिडेट्स इस परीक्षा में धांधली के आरोप लगा रहे हैं। स्टूडेंट्स लगातार इसे व्यापमं पार्ट-2 बताकर जांच की मांग कर रहे थे। सरकार ने अब इस परीक्षा की जांच के आदेश दिए हैं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam mishra) ने बताया कि पुलिस आरक्षक (Police constable) भर्ती परीक्षा का रिजल्ट एक ही बार आया है। बहुत स्पष्ट रिजल्ट आया है। उसमें पहले और बाद की बात न करें। अगर इसके रिजल्ट में किसी ने कूट रचित (फर्जीवाड़ा) किया है, या वो कूटरचित होगा ही क्योंकि रिजल्ट एक ही बार जारी हुआ है, अगर ऐसा है तो हमें इसकी जानकारी दें। इस विषय में कैंडिडेट्स की शिकायत के बाद मैप आईटी के सहयोग से पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसकी जांच MAPIT (मध्यप्रदेश एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नॉलोजी) करेगी।
पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट एक ही बार आया है। अगर इसमें किसी ने कूट रचित किया है तो उसकी जानकारी दें। इस विषय में अभ्यर्थियों की शिकायत के बाद मैप आईटी के सहयोग से पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।@mohdept pic.twitter.com/oaotWxdcVD
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 29, 2022
रिजल्ट में गड़बड़ी के मामले: रिजल्ट में भोपाल और देवास के कैंडिडे्टस को पहले क्वालिफाई दिखाया गया। जब उन्होंने इसका प्रिंटआउट निकाला तो उसमें सेकंड स्टेज में नॉट क्वालिफाई लिखा था। कैंडिडेट ने भावुक होते हुए कहा कि गड़बड़ी हुई है, लेकिन जांच की मांग करूंगा तो वो मेरे पीछे पड़ जाएंगे। वो बड़े लोग हैं। मैं शिकायत नहीं करना चाहता। भोपाल के उम्मीदवार ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी की, लेकिन बाद में हटा ली। इसने भी किसी तरह की शिकायत करने से भी मना कर दिया। कहा- मैं नहीं चाहता कि लोग मेरे पीछे पड़ जाएं। मैं परिवार का इकलौता बेटा हूं। माता-पिता ने भी इस मामले से दूर रहने के लिए कहा है। गड़बड़ी तो हुई है, लेकिन मैं इस मामले में नहीं पड़ना चाहता।
कॉन्स्टेबल का एग्जाम देने वाले विकास मीणा के रिजल्ट भी गड़बड़ी हुई है। विकास का दावा है कि पहले तो रिजल्ट में उन्हें क्वालिफाइड बताया गया, लेकिन बाद में नॉट क्वालिफाईड कर दिया गया। OBC वर्ग के लिए कट ऑफ 68 नंबर है। मेरे 77 नंबर आए हैं, यानी कट ऑफ से 9 नंबर ज्यादा। कहां इसकी शिकायत करनी चाहिए, मुझे इसे बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए मैं कलेक्टर से मिलने देवास जा रहा हूं। विकास ने अपना दर्द बयां करता हुए कहा कि पढ़ाई के लिए पिता ने ढाई में से 2 एकड़ जमीन गिरवी रखी थी। माता-पिता मजदूरी करने को मजबूर हैं।
केंद्रीय मंत्री तोमर को घेरा: पुलिस भर्ती में धांधली के आरोप लगाकर स्टूडेंट्स ने मुरैना में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra singh tomar) का घेराव किया था। स्टूडेंट्स की शिकायत है कि मध्यप्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा (Police recruitment exam) में धांधली हुई है। जिनके कम नंबर थे, उन्हें पास कर दिया गया। छात्रों ने मंत्री तोमर से कहा कि यह व्यापमं घोटाले (Vyapam scam) जैसी परीक्षा है। जैसे व्यापमं में कम या खाली कॉपी छोड़ने वालों को पास कर दिया गया था। इसी तरह से इस परीक्षा में भी छात्र-छात्राओं के साथ अन्याय हुआ है। स्टूडेंट्स ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि इतने दिनों बाद पुलिस भर्ती निकली थी, उसमें भी धांधली हो गई। वहीं, तोमर ने छात्राओं को इस परीक्षा की जांच का आश्वासन दिया था।
विधायक के आरोप: कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी का आरोप है कि पहले व्यापमं और अब पीईबी। यह योग्यताओं के बेरहम कत्ल और पढ़ने वालों का सामूहिक नरसंहार है। वह नौजवान, जिनका परिवार उन्हें पेट काटकर पढ़ाता-लिखाता है और एग्जाम दिलाता है। पहले तो परीक्षा फीस के नाम पर करोड़ों रुपए वसूले जाते हैं, फिर नौकरियों को बेचा जाता है। बाहर के प्रदेशों में इन्हें बेचा जाता है, क्योंकि वहां से ज्यादा पैसा आता है।