Guna. जिले में पशु चिकित्सा विभाग ( veterinary department ) की चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ( Class IV Female Employee ) ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित ( mentally abused ) किए जाने की शिकायत करते हुए न्याय की मांग की है। ऐसा न होने पर विभाग में आत्महत्त्या करने की चेतावनी दे दी। इसी परेशानी को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार भी की है। बता दें कि पति की मृत्यु के बाद विभाग में अनुकम्पा नियुक्ति में नियुक्त महिला कर्मी ने झूठी शिकायतों से परेशान होकर शिकायत की थी, जिसके बाद विभाग के एक डॉक्टर और एक कर्मी द्वारा उसे अति से ज्यादा परेशान करते है। जिसके चलते वह महिलाकर्मी आत्महत्या करने को मजबूर हो गई है।
पशु चिकित्सालय का मामला
जानकारी अनुसार पशु चिकित्सालय गुना में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत उमा शर्मा ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि पति के निधन के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति मिली है। उसका आरोप है कि पशु चिकित्सालय में पदस्थ डॉ. ललित लोधा उससे ऑफिस के काम की जगह घर पर काम कराना चाहते हैं। घर पर काम करने से मना किया तो उन्होंने षड्यंत्र रचा और कई तरह के गंभीर आरोप लगाए। वहीं उसे सरकारी आवास में नहीं रहने देते है। महिला के अनुसार उन्होंने डॉ. ललित लोधा, नारायण रजक के खिलाफ सिटी कोतवाली में काफी समय पहले आवेदन भी दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी
वहीं कार्यालय से जानकारों ने बताया कि उप संचालक आरएस भदौरिया को हटाने के लिए यहां कुछ लोग लंबे समय से लगे हुए हैं। एक धार्मिक स्थान को लेकर शिकायत की थी। कार्यालय में कुछ पदस्थ कर्मचारी हैं, जो नौकरी न करके केवल राजनीति कर रहे हैं। समिति के निर्णयानुसार मंदिर खुलता है और बंद होता है। देर रात तक मंदिर में दर्शन करने के बहाने असामाजिक तत्व आते हैं, जिन पर रोक लगी है। बताया गया है कि पशु चिकित्सालय परिसर में लगातार हो रही चोरियों की घटनाओं को देखकर मंदिर की समिति ने मंदिर के खुलने का समय निर्धारित किया था, उसी आधार पर मंदिर खुल रहा है। उधर कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन दिया है जिसमें आरोप लगाते हुए कहा है कि पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक हम लोगों को वहां बने धार्मिक स्थल पर पूजा नहीं करने दे रहे हैं।