SAGAR. प्रदेशभर में बच्चों को कोरोना का टीका (corona vaccine) लग रहा है। इस बीच मध्यप्रदेश के सागर जिले (Sagar) में वैक्सीनेशन की बड़ी गलती सामने आई है। सागर में जैन पब्लिक स्कूल (Jain Public School) में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन (children corona vaccination) के लिए कैंप (camp) लगाया गया था। यहां पर नर्स ने एक ही सीरिंज से 30 बच्चों को कोरोना का टीका लगा दिया। ये देखकर बच्चों के माता-पिता ने बवाल खड़ा कर दिया। बच्चों के पेरेंट्स की शिकायत पर वैक्सीन लगाने वाले छात्र ने बताया कि उन्हें एक ही सीरिंज इस्तेमाल करने का आदेश दिया गया था।
वैक्सीन लगाने वाले छात्र पर FIR दर्ज
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने जिला टीकाकरण अधिकारी एसआर रोशन (District Immunization Officer SR Roshan) के खिलाफ विभागीय जांच के लिए प्रशासन को पत्र लिखा है। इसके साथ ही 30 बच्चों को वैक्सीन लगाने वाले SVN कॉलेज के B.Sc नर्सिंग थर्ड ईयर के छात्र जितेंद्र अहिरवार (Jitendra Ahirwar) के खिलाफ गोपालगंज थाने में FIR दर्ज कराई गई है। CMHO डॉ.डीके गोस्वामी ने बताया कि जिन बच्चों को भी वैक्सीन लगी है, उन सभी के घरों में टीम भेजी गई है। सभी बच्चों के ब्लड सैंपल लिए जाएंगे। फिर पैथोलॉजी लैब से इसका टेस्ट करवाया जाएगा।
स्कूल में लगा था बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कैंप
28 जुलाई (बुधवार) को जैन पब्लिक स्कूल में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कैंप लगा था। इसमें नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी लगी थी। बच्चों को नर्सिंग थर्ड ईयर के छात्र जितेंद्र अहिरवार ने वैक्सीन लगाई। जितेंद्र ने 30 बच्चों को एक ही सीरिंज से वैक्सीन लगा दी। अपनी बेटी को वैक्सीन लगवाने पहुंचे दिनेश नामदे (Dinesh Namde) ने जब देखा कि बच्चों को एक ही सीरिंज से वैक्सीन लग रही है तो स्कूल में हंगामा हो गया। 28 जुलाई को शहर में 52 केंद्रों पर कोरोना वैक्सीनेशन हुआ। एक वैक्सीनेशन टीम में 2 लोग होते हैं। स्टाफ में कमी हाने की वजह से 40 केंद्रों पर निजी कॉलेजों के नर्सिंग छात्रों को वैक्सीनेशन लगाने का कहा गया था। महज 12 केंद्रों पर विभागीय स्टाफ ने वैक्सीनेशन किया।
जांच के बाद रिपोर्ट देगी टीम
इस मामले में प्रभारी कलेक्टर क्षितिज सिंघल (Incharge Collector Kshitij Singhal)ने जांच के लिए तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आदेश जारी किए। उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर का इंस्पेक्शन किया तो वैक्सीनेटर वहां नहीं मिला। वैक्सीन और वैक्सीन लगाने का सामान सुबह जिला टीकाकरण अधिकारी के निर्देशन में भेजा गया था। वहीं इस मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसआर रोशन ने बताया कि वैक्सीनेशन टीमों को जितनी वैक्सीन दी,उस हिसाब से सीरिंज दी थी। छात्र ने सीरिंज गिरा दी हो। वहीं NHM संचालक (भोपाल) डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए राज्य स्तरीय तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। टीम में राज्य AEFI सलाहकार डॉ. रवींद्र बबेले, राज्य RIMNE सलाहकार डॉ. रामकुमार राय और राज्य प्रशिक्षण समन्वयक सूर्यप्रकाश दीक्षित भी शामिल होंगे। टीम आज सागर पहुंचकर जांच के बाद रिपोर्ट देगी।