Jabalpur. जबलपुर के लम्हेटाघाट में करीब दस हजार पौधे लगाए गए लेकिन आज वहां कुछ ही पौधे जीवित बचे हैं । शेष सूख गए और इस पर जिम्मेवार लोगों ने ध्यान नहीं दिया । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह के द्वारा लगाए गए पौधों की तो वहां देखभाल की जा रही है वह भी लोगों को यह दिखाने के लिए कि ये है मुख्यमंत्री के द्वारा लगाया गया पौधा लेकिन बाकी अधिकतर पौधे सूख गए हैं। मध्य प्रदेश की धरती पर 2 जुलाई 2017 को पौधारोपण का महाभियान चलाया गया जिसमें जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के सभी जिलों में करीब 6 करोड़ पौधे रोपे गए । जबलपुर जिले में 20 हजार जगहों पर 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था ।
जारी हुई थी गाइडलाइन
वर्ष 2017 में पौधारोपण के लिए शासन की ओर से गाइडलाइन जारी हुई थी। इसे सभी जिलों को भेजा गया था। जिसमें साफतौर पर पौधारोपण की बताया गया था कि किसकी क्या जिम्मेवारी है। इसमें मानीटरिंग की जिम्मेवारी नोडल अधिकारी को सौंपी गई थी। अधिकारियों ने पौधा रोपण तो किया लेकिन इसकी देखभाल नहीं की गई । आज पांच साल बाद अधिकांश जगह पौधे सूख गए हैं । जबलपुर जिले में 20 हजार जगहों पर 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था । लम्हेटाघाट में करीब 10 हजार पौधे लगाए गए । अभी यह स्थिति है कि यहां करीब आधे से भी ज्यादा पौधे सूख गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह के द्वारा लगाए गए पौधे और कुछ अन्य पौधे ट्री गार्ड के अंदर हैं। लेकिन अधिकतर पौधे ट्री गार्ड के अंदर ही सूख गए। भेड़ाघाट नगर परिषद की अध्यक्ष शैला जैन ने पौधारोपण किया था इनकी नेम प्लेट से नाम साफ कर दिया गया । इसी तरह यहां कई ट्री गार्ड गिर चुके हैं लेकिन इनको उठाकर पौधों पर नहीं लगाया गया । यही हाल अन्य पौधारोपण स्थलों का है वहां भी अधिकतर पौधे सूख गए ।
300 मीटर दूर नर्मदा फिर भी पानी नहीं
लम्हेटाघाट में जिस शासकीय जमीन पर पौधारोपण किया गया था वहां से नर्मदा महज 300 मीटर दूरी पर हैं । वहां से पौधारोपण स्थल तक पाइप लाइन बिछाई गई है लेकिन इसमें पानी नहीं आता । इससे पौधों को पानी भी नहीं मिल रहा। नोडल अधिकारी लक्ष्मीनारायण दुबे बताते हैं कि पूरे गांव को पानी उस पाइप लाइन से आता है इससे मोटर की क्षमता कम होने से वह यहां पानी की समस्या है। लम्हेटाघाट में करीब दस हजार पौधों को रोपण किया गया था । अभी पचास प्रतिशत बचे हैं। इनकी खरीदी पर कुल खर्च करीब एक लाख रूपये आया था । कुछ जनभागीदारी से भी लगाए गए थे।
नमामि देवी नर्मदे पौधरोपण घोटाला
नमामि देवी नर्मदे योजना के अंतर्गत जबलपुर में पौधों की खरीदी में घोटाला का मामला भी आया था। राज्य शासन ने करीब 550 करोड़ रूपये का बजट मंजूर किया था । इसमें 42 करोड़ रूपये के पौधों की खरीदी की गई थी। इन पौधों से करीब आठ हजार हेक्टेयर में पौधारोपण होना बताया गया । बताया गया कि आनलाइन खरीदी प्रक्रिया को आफलाइन किया गया। इस मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू भोपाल को की गयी है।