भोपाल. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बैरागढ़ विश्राम घाट में राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके भाई और बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर फूलों से सजे वाहन में लाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत तीनों सेनाओं के अफसरों ने उन्हें सलामी दी। 16 दिसंबर को वरुण सिंह का पार्थिव शरीर भोपाल लाया गया था। यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था।
ग्रुप कैप्टन की विदाई
वरुण सिंह की पार्थिव देह घर आने पर उनकी मां उमा सिंह ने बहू गीतांजलि सिंह को कंधे पर हाथ रख ढांढस बंधाया। उन्होंने बहू से कहा- तुम बहादुर बेटी हो घर की, सबसे बड़ी वीरांगना हो। पार्थिव शरीर को सेना के वाहन से भोपाल स्थित सन सिटी कॉलोनी में उनके घर ले जाया गया था। मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री-विधायकों ने कैप्टन को श्रद्धांजलि दी थी।
पिता नहीं चाहते लोगों को परेशानी हो
वरुण का अंतिम संस्कार पहले भदभदा विश्राम घाट पर कराने का था। लेकिन उनके पिता का कहना था कि अंतिम यात्रा भदभदा ले जाएंगे तो शहर का ट्रैफिक जाम होगा। वह नहीं चाहते के लोग उनके बेटे की वजह से परेशान हों। इसके बाद बैरागढ़ में ही उनका अंतिम संस्कार कराने का निर्णय लिया गया।
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