जो हेलिकॉप्टर क्रैश में बच गए: ग्रुप कैप्टन वरुण का भोपाल से नाता, छोटा भाई नेवी में

author-image
एडिट
New Update
जो हेलिकॉप्टर क्रैश में बच गए: ग्रुप कैप्टन वरुण का भोपाल से नाता, छोटा भाई नेवी में

भोपाल. कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) गंभीर रूप घायल हैं। गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले वरुण मिलिट्री फैमिली से आते हैं। उनका परिवार तीनों सेनाओं आर्मी, नेवी और एयरफोर्स (Army, Navy, Airforce) से जुड़ा है। वरुण भारतीय वायुसेना (IAF) में ग्रुप कैप्टन हैं। उनके पिता कर्नल (Retd) केपी सिंह आर्मी एयर डिफेंस (AAD) की रेजीमेंट में थे। कर्नल केपी सिंह के बेटे और वरुण के भाई तनुज सिंह इंडियन नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं।वरुण के पिता कर्नल केपी सिंह और मां उमा भोपाल में ही रहते हैं। एक अखबार के साथ से बातचीत में उन्होंने कहा- मेरा बेटा बहादुर है और वह हर कंडीशन में लड़ना जानता है। केपी सिंह छोटे बेटे तनुज की बेटी के बर्थडे में शामिल होने मुंबई गए थे, वहीं उन्हें हादसे की खबर मिली।

वरुण को शौर्य चक्र मिल चुका

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इसी साल स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र (Shourya Chakra) से सम्मानित किया था। उन्हें यह अवॉर्ड फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बावजूद 10 हजार फीट की ऊंचाई से प्लेन की सफल लैंडिंग कराने के लिए दिया गया था। वरुण ने आपदा (Emergency) के समय धैर्य (Patience) नहीं खोया और आबादी से दूर ले जाकर तेजस विमान की सफल लैंडिंग कराई थी।

दो हफ्ते पहले ही भोपाल आए थे वरुण

वरुण के पिता केपी सिंह मूल रूप से लखनऊ (Lucknow) के रहने वाले हैं, लेकिन भोपाल की कोर 24 से रिटायर्ड होने के बाद यहीं बस गए। वे भोपाल की एयरपोर्ट स्थित सनसिटी कॉलोनी के इनरकोर्ट अपार्टमेंट की 5वीं मंजिल पर रहते हैं। सिंह के पड़ोसी और लेफ्टिनेंट कर्नल ईशान आर ने बताया कि दो हफ्ते पहले ही वरुण भोपाल आए थे और 10 दिन रुके थे।

सर्जरी के लिए ले जाने से पहले पत्नी से करना चाहते थे बात

वरुण को इलाज के लिए वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। चेन्नई से स्पेशलिस्ट डॉक्टर को बुलाकर 8 दिसंबर की रात वरुण का ऑपरेशन किया गया। वे सर्जरी के लिए ले जाने से पहले होश में थे और अपनी पत्नी से बात करना चाहते थे।

चंडीगढ़ में पढ़े, फिर NDA में सिलेक्शन

वरुण सिंह के परिवार में पत्नी और एक बेटा-बेटी है। उन्हें CDS बिपिन रावत को रिसीव करने के लिए प्रोटोकॉल ऑफिसर बनाया गया था। वरुण ने चंडीगढ़ के चंडी मंदिर स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। 2004 में उनका NDA में सिलेक्शन हुआ।

द-सूत्र ऐप डाउनलोड करें :

https://bit.ly/thesootrapp

द-सूत्र को फॉलो और लाइक करें:

">Facebook  |   Twitter |   Instagram  |  Youtube

Family Hospital भोपाल से नाता ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बचे जनरल बिपिन रावत समेत 13 की मौत हेलिकॉप्टर क्रैश Bhopal Relation Group captain Varun singh Survived 13 Officers Died General Bipin Rawat Helicopter Crash The Sootr अस्पताल में इलाज