भोपाल. मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षक 5 अगस्त को भोपाल में विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए शिक्षक भोपाल के नीलम पार्क में इकठ्ठा होकर अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन करेंगे। अतिथि शिक्षकों का आरोप है, सरकार ने उनके साथ वादाखिलाफी है। जिसके कारण प्रदेश के हजारों शिक्षकों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है। सरकार ने शिक्षकों को दो साल से घर बैठाकर रखा है। लेकिन उनके मानदेय के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
सरकार नियमित करने के लिए नीति बनाए
संगठन के जगदीश शास्त्री ने बताया है कि अतिथि शिक्षक चौदह साल से नियमितीकरण की मांग करते-करते अपने सैकड़ों साथियों को खोते आ रहे हैं। बावजूद इसके सरकार नियमितीकरण के लिए कोई नीति बनाने के पक्ष में समझ नहीं है। कोरोना काल में पिछले 2 साल से शिक्षक स्कूलों से बाहर हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट बना हुआ है। लेकिन सरकार इसके लिए कोई कदम नहीं उठा रही। इस कारण अपनी मांगों के लिए अतिथि शिक्षकों ने प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
अतिथि शिक्षकों की प्रमुख मांगें
1. सरकार अतिथि शिक्षकों को 12 महीने वेतन देने की व्यवस्था करे। इसके अलावा 62 साल की आयु तक नियमित रोजगार प्रदान करें।2. प्राथमिक माध्यमिक तथा हाई हायर सेकंडरी के सभी अतिथि शिक्षकों की तत्काल ज्वाइनिंग हो।3. नियुक्ति से संबंधित सभी विसंगतियों को अधिकारियों से चर्चा करने के बाद दूर किया जाए।