Bhopal. मध्य प्रदेश के गुना में 13 मई की देर रात पुलिस और शिकारियों में मुठभेड़ में एसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों की मौत हुई। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर आपात बैठक लेकर जानकारी ली। इधर, कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि घटना के वक्त आईजी शर्मा ग्वालियर में थे। गुना की दूरी 3 घंटे की होने के बावजूद वे घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। मामला ट्रोल होता देख मुख्यमंत्री ने आईजी शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दे दिए। सीएम ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने की घोषणा की है।
श्रीनिवास वर्मा एडीजी बनाए गए
आईजी शर्मा को हटाए जाने के बाद राज्य सरकार ने डी श्रीनिवास वर्मा को एक बार फिर ग्वालियर एडीजी बनाने के आदेश जारी कर दिए। इसके पहले सरकार ने 31 दिसंबर को श्रीनिवास को ग्वालियर एडीजी बनाने के आदेश जारी किए थे, लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सहमति ना होने से वे जॉइन नहीं कर पाए थे। सिंधिया यहां अपनी पसंद का अफसर लाना चाहते थे, इसके चलते 19 दिनों तक ग्वालियर आईजी का पद रिक्त रहा। आखिरकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधिया की पसंद के अफसर अनिल शर्मा को ग्वालियर आईजी बनाने के आदेश जारी किए थे।