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Guna. गुना कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए. (Collector Frank Noble A.) ने तीन रोजगार सहायकों की संविदा सेवा खत्म (contract service ended) कर दी। इस तीनों पर आर्थिक अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिन्हें जांच में सही पाया गया। जनपद पंचायत चाचौड़ा (Janpad Panchayat Chachoda) के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत उमरथाना के रोजगार सहायक सुजान सिंह अहिरवार (Sujan Singh Ahirwar), ग्राम पंचायत कनकनेहरू के ग्राम रोजगार सहायक भजन लववंशी (Bhajan Lavvanshi) और जनपद पंचायत बमोरी की ग्राम पंचायत बावड़ीखेड़ा के रोजगार सहायक बलवंत सिंह धाकड़ (Balwant Singh Dhakad) को शासकीय योजनाओं में लापरवाही पूर्वक कार्य करने के लिए शासकीय सेवा से मुक्त किया।
जालसाजी का आरोप
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत विवेक रघुवंशी ने बताया कि सुजान सिंह अहिरवार के खिलाफ संबंधित ग्राम पंचायत के निवासियों ने कलेक्टर से शिकायत की थीं। शिकायत के संबंध में जांच कराने पर रोजगार सहायक आरोपी पाए गए। जांच में पता चला कि लापरवाही एवं जालसाजीपूर्वक तरीके से काम किया जा रहा था। अधिकारियों ने पाया कि संबंधित ग्राम रोजगार सहायक द्वारा बिना सक्षम अधिकारी से बिना अनुमति प्राप्त किए नियम के विपरीत 1071 परिवारों के 7564 लोगों के जॉब कार्ड मनरेगा पोर्टल से डिलीट किए।
आरोपी जेल में बंद
जनपद पंचायत बमोरी के सीईओ राकेश शर्मा ने जिपं सीईओ विवेक रघुवंशी को पत्र लिखकर जानकारी दी कि बावड़ीखेड़ा जनपद पंचायत बमोरी का रोजगार सहायक बलवंत सिंह धाकड़ तीन मार्च से रेप और धमकी के मामले में जेल में है। तीन महीने से रोजगार सहायक जेल में बंद है, उसके बाद सीईओ ने तत्काल प्रभाव से 14 जून को सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिए।
नोटिस का जवाब नहीं दिया
चांचौड़ा जनपद की ग्राम पंचायत कनकनेहरू के रोजगार सहायक भजन सिंह लववंशी ने कार्य में लापरवाही की थी। इसको लेकर कई बार वरिष्ठ कार्यालय के अधिकारियों ने नोटिस जारी किए थे, लेकिन उसके बाद भी रोजगार सहायक ने अफसरों के नोटिस का जवाब नहीं दिया। इसको लेकर रोजगार सहायक के खिलाफ कार्रवाई की गई, तो उसने कलेक्टर कोर्ट में अपील की। कलेक्टर ने मामले की सुनवाई करते हुए 14 जून को रोजगार सहायक की सेवा समाप्त कर दी।