नवीन मोदी, Guna. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के गुना जिले के ग्राम बिसोनिया की 13 साल की बच्ची ने अपना विवाह (marriage) रुकवाया। बाल कल्याण समिति (Child Welfare Committee) की अध्यक्ष अनुसूइया रघुवंशी (President Anusuiya Raghuvanshi) ने बताया कि 24 मई को ये बच्ची खुद अपने चचेरे भाई और भाभी के साथ बाल कल्याण समिति आई और अपनी व्यथा सुनाई। उसने कहा कि उसकी मां कांता बाई और पिता बाबूलाल मांझी सम्मेलन (Manjhi Conference) में सोनू अहिरवार (निवासी दबाद थाना राघौगढ़) से जबर्दस्ती शादी कराना चाहते हैं, जबकि मैं आगे पढ़ना चाहती हूं।
पोती को बेचने का मामला
बालिका ने जब यह जानकारी बाल कल्याण समिति अध्यक्षा अनुसूइया रघुवंशी, सदस्य सतीश अरोरा, मधु शर्मा और संगीता सिंह से बताई। समिति ने उसकी काउंसलिंग की गई तो पता चला कि बच्ची के दादा रामचरण अहिरवार एवं उनकी बेटी कृष्णा अहिरवार ने उसकी शादी के बदले में लड़के वालों से एक लाख रुपए ले लिए हैं और माता-पिता पर दबाव बना रहे हैं कि बच्ची की शादी करो।
कार्रवाई के आदेश
बच्ची के मामा ने समिति को बताया कि इससे पहले भी मेरी बड़ी भांजी यानी कि इस बच्ची की बड़ी बहन की शादी भी 16 साल की उम्र में ही कर दी थी और उसके बदले भी पैसे लिए थे। मेरी बड़ी भांजी बहुत परेशान है। उसके पास खाने तक के लिए पैसे नहीं है। यह अपराध है और मामला बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की श्रेणी में आता है। बाल कल्याण समिति द्वारा माता-पिता, उसको बेचने वाले दादा राम चरण अहिरवार, बुआ कृष्णा अहिरवार, सोनू और उसके माता-पिता के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया गया।