Gwalior. यहां 55 साल की महिला खुद को जिंदा साबित करने के लिए जद्दोजहद कर रही है। महिला के देवर ने उसका फर्जी मृ्त्यु प्रमाण पत्र (डेथ सर्टिफिकेट) बनवा लिया। इतना ही नहीं, महिला का प्लॉट हड़पने के लिए नगर निगम में नामांतरण के लिए आवेदन लगा दिया। जब महिला नगर निगम पहुंची, तब इस बात का पता लगा। वहां डॉक्युमेंट चैक कर कर्मचारी बोला- आप तो मर चुकी हैं। इस पर महिला ने जवाब दिया- तो मैं कौन हूं...। महिला ने नगर निगम के साथ SSP ऑफिस में शिकायत की है।
परिवारवालों ने ही मृत बताया
एक जिंदा महिला को उसके ही देवर, भतीजे ने मृत घोषित करा दिया। ग्वालियर के दुल्लपुर गुर्जर मोहल्ले में 55 साल की भूरी बाई ससुराल में रहती थी। पति कप्तान सिंह परिहार का निधन हो जाने के बाद ससुरालवालों ने उसे और उसके बेटे रवि को घर से बाहर निकाल दिया। अब वह किराए के मकान में रहती है।
ऐसे हड़पा प्लॉट
पीड़ित महिला ने बताया कि पति कप्तान सिंह परिहार की मौत हो चुकी है। निधन से पहले पति ने एक व्यक्ति उत्तम सिंह से 2400 वर्गफीट का एक प्लॉट दुल्लपुर स्थित मेला ग्राउंड के पास खरीदा था। इसी प्लॉट को लेकर देवर अमर सिंह परिहार, उसके बेटे ओमप्रकाश परिहार ने सोबरन और कैलाशी नाम की महिला के साथ साजिश कर प्लॉट हड़पने के लिए उसका डेथ सर्टिफिकेट बनवा लिया। नगर निगम में उसे मृत घोषित कर उसका पुत्र ओमप्रकाश को बताते हुए नामांतरण के लिए आवेदन भी लगा दिया।
‘आप तो कई साल पहले मर चुकीं’
जब महिला प्लॉट के सिलसिले में नगर निगम के कार्यालय पहुंची, तो बताया गया कि उसकी कई साल पहले ही मौत हो चुकी है। इस बात से महिला के होश उड़ गए। उसने बताया कि वह अभी भी जिंदा है। अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत लेकर बुजुर्ग महिला SSP के दफ्तर पहुंची। शिकायत करते हुए धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। ASP क्राइम राजेश डंडोतिया का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।