Gwalior. केंद्र सरकार के केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा 15 वें वित्तीय आयोग के तहत देश के आठ शहरों को ग्रीन फील्ड योजना में शामिल किया जाना है। इस योजना में शामिल शहरों को केंद्र सरकार से 1000-1000 करोड़ रुपए मिलेंगे। इस योजना में शामिल करने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा था। पत्र में लिखा था कि ग्वालियर में श्रीमंत माधवराव सिंधिया काउंटर मैग्नेट सिटी का विकास प्रगतिशील है, लेकिन पैसों की कमी से यह कार्य अटका हुआ है। प्रदेश सरकार की तरफ से ग्वालियर का नाम इस योजना में शामिल होने के लिए भेजा जाता है तो काउंटर मैग्नेट सिटी के विकास कार्य हो सकेंगे।
सिंधिया का सीएम को पत्र
केंद्र सरकार की इस योजना में पुराने शहर के पास नए शहर को बसाया जाना है, इस योजना में शहर के विकास की थीम औद्योगिक क्षेत्र का विकास करना है, जिससे शहर की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। शहरों के शामिल होने के बाद 1000 करोड़ रुपए की पहली किश्त मार्च 2023 तक दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया है कि श्रीमंत माधवराज सिंधिया काउंटर मैग्नेट सिटी के लिए 8065 वर्ग किलोमीटर भूमि नोटिफाइड की जा चुकी है। इसमें से 90 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में आधारभूत सरंचनाएं हैं। जिसमें सड़क, बिजली, पानी, सीवर लाइन, पार्क आदि हैं। साथ ही यहां पर आवासीय क्षेत्र के साथ ही आइटी पार्क, लाजिस्टिक पार्क आदि भी हैं।
ग्वालियर को चुनने की मांग
इसलिए केंद्र सरकार की ग्रीन फील्ड योजना में शामिल करने के लिए यह काफी उपयुक्त है। आर्थिक आभाव के कारण वर्तमान में यहां पर कोई विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। साथ ही जो विकास कार्य हो चुके हैं, उनके रखरखाव एवं साडा के कर्मचारियों की सैलरी निकालने में भी परेशानी हो रही है। अगर ग्वालियर ग्रीन फील्ड में शामिल हो जाता है तो यहां का विकास काफी तेजी से हो सकेगा।