Gwalior. प्रधानमंत्री कार्यालय का सचिव बताकर सरकारी योजनाओं में फायदा पहुंचाने के नाम पर सवा दो करोड़ की ठगी करने वाले आरोपी मेहंदी हसन को ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी यूपी के जौनपुर से हुई है। बताया जा रहा है कि, जब जौनपुर स्थित आरोपी के ठिकाने पर पुलिस पहुंची तो, उसके मकान के बाहर ताला लटका हुआ था। जब पुलिस ने मकान के पीछे का मुआयना किया तो, घर की पिछले हिस्से में लगा एसी चालू हालत में मिला। जब पुलिस मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी तो, आरोपी मेहंदी हसन आराम फरमाता हुआ मिला। इसके बाद पुलिस ने आरोपी हसन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के उपर ग्वालियर पुलिस की तरफ से सात हजार रुपये का इनाम घोषित था।
गिरफ्तारी के डर से लिया स्टे
इससे पहले आरोपी मेहंदी हसन अपनी गिरफ्तारी के बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने स्टे ऑर्डर ले लिया था। हांलाकि पुलिस ने इसे बाद में खारिज करवा दिया था। एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि, ढाई करोड़ रुपए की ठगी की वारदात के बाद फरार सात हजार रुपए के इनामी आरोपी को क्राइम ब्रांच व मुरार थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पकड़ा है। एसएसपी ने बताया कि, इससे पहले आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट से स्टे भी लिया था। जिसे पुलिस ने खारिज कराया था। स्टे खारिज होते ही आरोपी एक बार फिर से अंडरग्राउंड हो गया था। आरोपी को पकड़ने के लिए मुरार व क्राइम ब्रांच की टीमें बनाई गई थीं। पुलिस को सूचना मिली थी कि फरार आरोपी यूपी जौनपुर अपने घर पर है। इसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
जानकारी मिलने के बाद जब क्राइम ब्रांच और मुरार थाने की पुलिस यूपी के जोनपुर में पहुंची तो, जहां आरोपी छुपा हुआ था वहां पर बाहर से ताला लगा हुआ था। पुलिस ने आसपास नजर मारी तो कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जब पुलिस मकान के पीछे की तरफ पहुंची तो, वहां पर एसी चलता मिला है। इसके बाद पुलिस दरवाजे तोड़कर अंदर पहुंची तो आरोपी मेहंदी हसन आराम फरमाता मिला है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह सवा दो करोड़ की ठगी का मास्टर माइंड निकला है। उसका एक साथी पहले पकड़ा जा चुका है। पर यह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था।