दमोह. दमोह (Damoh) के अतुल तिवारी (Atul Tiwari) हत्याकांड का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। अतुल के कातिल (murderer) उसके दोस्त ही निकले हैं जिन्होंने बड़ी ही बेरहमी से पहले तो अतुल की अलग-अलग जगहों पर ले जाकर पिटाई की थी और फिर आंखें फोड़ने के बाद उसे मरने के लिए रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। बता दें कि रेलवे ट्रैक पर खून से लथपथ हालत में मिले अतुल को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। वारदात की वजह अतुल के द्वारा एक दोस्त को मां की गाली देना बताया गया है।
कैसे की हत्या
एसपी श्री तेनीवार ने बताया कि मृतक के साथ सभी छह आरोपितों ने समन्ना के समीप एक राय के फार्म हाउस पर शराब पार्टी की थी। वहां से दो मोपेड वाहन पर सवार होकर सभी लोग नरसिंह मंदिर के समीप पहुंचे और वहां से उनके बीच कि सी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद आरोपितों ने उस युवक को एक खंडहर में ले जाकर उसके साथ मारपीट की।
आरोपितों को लगा कि यहां कोई उन्हें देख सकता है, इसलिए वह उसे पीछे के रास्ते रेलवे ट्रैक के समीप ले गए। वहां एक जगह उसके कपड़े उतार कर फेंके और मारते हुए उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। एसपी ने बताया कि सीसीटीवी फु टेज के आधार पर जो देखा गया है, उसमें एक स्कू टी पर चार आरोपित और एक बाइक पर मृतक सहित दो आरोपित बैठकर फॉर्म हाउस से निकले
आरोपियों ने जुर्म कबूला
एसपी ने बताया कि आरोपितों से की गई पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कि या है। स्वजनों का कहना था कि मृतक रात में 11 बजे घर से निकला है। यह बात बिल्कु ल सही है। इसके बाद ही वह आरोपितों के साथ फार्महाउस पहुंचा। वहां पर पार्टी की और उसके बाद घटनास्थल से कु छ दूर आकर उन्होंने फिर से शराब पी थी, जहां उनके बीच विवाद हुआ था।
ये हैं हत्यारे दोस्त
इस हत्याकांड में गिरफ्तार हुए आरोपितों में कि शन पिता कन्हैयालाल पटेल 27, मोहन पिता बालचंद पटेल 25, रेंचु उर्फ प्रवीण पिता नंदकि शोर रजक 26, तरुण पिता मनोज पटेल 27, घनश्याम पिता राजकु मार खंगार 18, चन्नू उर्फ चरण पिता ज्ञान सिंह खंगार शामिल हैं। सभी आरोपितों को न्यायालय में पेश कि या गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में कोतवाली टीआइ सत्येंद्र सिंह राजपूत, देहात थाना टीआई विजय सिंह राजपूत,आरक्षक नवीन, हेमंत अवस्थी, देवेंद्र सिंह, महेश, सूर्यकांत, आसिफ,एएसआई रमाशंकर मिश्रा, प्रधान आरक्षक सौरभ टंडन, राके श अठया, अजीत दुबे, रामनरेश की प्रमुख भूमिका रही।