संजय गुप्ता, INDORE. कारम डैम बनाने वाली ग्वालियर की सारथी कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक अशोक भारद्वाज मेरे मित्र हैं। मित्रता होना कोई गुनाह नहीं है। यह बयान प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर दौरे के दौरान मीडिया के सवाल के जवाब में दिया। उन्होंने कहा कि धार में कारम नदी पर बना डैम असल में तालाब है, क्योंकि गेट पर तालाब नहीं लगे थे। यह तालाबुमा संरचना थी और इसलिए इस बड़ा बांध नहीं कहा जा सकता है। ठेका कंपनी के प्रमोटर भारद्वाज से संबंधों पर कहा कि हम सार्वजनिक जीवन जीते हैं, अशोक भारद्वाज मेरे मित्र हैं, इसे लेकर हमने मना नहीं किया है और इस लेकर वस्तुस्थिति पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पता चुके हैं।
304 करोड़ की है योजना
कारम डैम की पूरी परियोजना 304 करोड़ की है। इसमें दिल्ली की एएनएस कंसट्रक्शन को 99.86 करोड़ का काम दिया गया था जो उसने बाद में सारथी ग्रुप को दे दिया, लेकिन 11 अगस्त को डैम में रिसाव शुरू हुआ, जिसमें आखिर में इसकी वॉल काटकर पानी निकालना पड़ा। इसे लेकर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, वहीं उच्चस्तरीय जांच कमेटी भी बनी लेकिन अभी तक किसी भी जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं हुई है।
केवल कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया
इस मामले में जल संसाधन विभाग ने एएनएस और सारथी को कुछ दिन पहले ही ब्लैकलिस्ट कर दिया था लेकिन अभी भी सारथी को भिंड, मुरैना, छतरपुर, ग्वालियर आदि कई जिलों में प्रदेश से 428 करोड़ के ठेके मिले हुए हैं। इसके पहले भी वह 500 करोड़ से ज्यादा के ठेके ले चुका है।