Jabalpur. जबलपुर के चरगवां थाना क्षेत्र के बढ़ैयाखेड़ा गांव के बाहर खेत में बना एक मकान बारिश के दौरान भरभराकर गिर गया। जिसके मलबे में एक पूरा परिवार दब गया। रात 2 बजे हुई इस घटना में परिवार की चीखपुकार सुनकर पड़ोस के एक परिवार ने पुलिस को खबर दी। जिसके बाद पड़ोसियों ने चरगवां पुलिस और डायल 100 पर फोन कर सहायता मांगी और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू शुरू कर दिया।
कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मकान के मलबे में फंसे 5 लोगों को बाहर निकाला। सभी को स्थानीय शासकीय चिकित्सा केंद्र ले जाया गया जहां गंभीर रूप से घायल परिवार के दो सदस्यों को मेडिकल रेफर किया गया जहां उनका इलाज जारी है।
चरगवां थाना प्रभारी विनोद पाठक ने बताया कि करीब ढाई बजे रात में डायल 100 के माध्यम से सूचना मिली कि बढ़ैयाखेड़ा गांव के पास खेत में बना मकान ढह गया है जिसमें टेक सिंह पटेल का परिवार मलबे में दबा हुआ है। मौके पर जाकर ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। हादसे में टेक सिंह, उसकी पत्नी भूरी बाई, काजल और मोहिनी बेटियां और छोटा बेटा दुर्गेश घायल हो गए। जिन्हें मलबे से बाहर निकाला गया। हादसे में टेक सिंह और बेटी काजल गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनका इलाज मेडिकल अस्पताल में चल रहा है।
इधर मकान पर गिरा बरगद का पेड़
वहीं जबलपुर के कटंगा इलाके में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के चलते सालों पुराना बरगद का पेड़ धराशायी हो गया। इस दौरान पेड़ ने एक मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया। सूचना पर पहुंचे कैंट बोर्ड के अमले ने क्रेन की सहायता से पेड़ को मकान पर से हटवाया। दरअसल समय रहते यदि भारी-भरकम पेड़ को नहीं हटाया जाता तो वजन के कारण मकान भरभरा सकता था। स्थानीय जनप्रतिनिधि अमित अग्रवाल ने बताया कि केरला भवन के सामने विजय ठाकुर का मकान है। जहां देर रात हुई बारिश के दौरान तकरीबन 100 साल पुराना बरगद का पेड़ धराशायी होकर मकान के ऊपर टिक गया था। जिसे हटाया जाना बेहद जरूरी था।