Bhopal. मध्य प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी के बाद भी संचालित हो रहे स्कूलों पर मानव अधिकार आयोग ने नाराजगी जाहिर की है। आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन ने कमिश्नर डीपीआई (DPI), कलेक्टर भोपाल और कलेक्टर इंदौर को नोटिस जारी किया है। आयोग ने इस नोटिस का जवाब 4 मई तक मांगा है। नोटिस में पूछा गया है कि आखिर क्यों इतनी गर्मी के बाद भी स्कूल लगाए जा रहे है।
आभिभावक का शिकायत पत्र
इंदौर शहर के निवासी एक अभिभावक ने आयोग को लिखित शिकायत की है कि वर्तमान में भीषण गर्मी विकराल रूप से पड़ रही है। दिन का तापमान 42 से 44 डिग्री तक पहुंच रहा है। इन विषम परिस्थितियों में भी स्कूलों का निरंतर संचालन किया जा रहा है, जिससे छोटे-छोटे मासूम बच्चों पर अत्याचार व उनके मानव अधिकारों का खुला हनन हो रहा है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है, जैसे उल्टी-दस्त, लू-बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, डिहाईड्रेशन, चि चिडचिडापन आदि स्वास्थ्य समस्याओं से बच्चे बुरी ग्रसित हो रहे हैं। अतः भोपाल व इंदौर के सभी स्कूलों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद कराकर बच्चों के मानव अधिकारों की रक्षा की जाए।
झाबुआ में मानवाधिकार हनन मामलों की करेंगे सुनवाई
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार जैन और सदस्य सरबजीत सिंह 28 और 29 अप्रैल को झाबुआ और अलीराजपुर जिले के प्रवास पर रहेंगे। 28 अप्रैल को सुबह 10:15 बजे से कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में पहले से लंबित एवं मौके पर प्राप्त नये प्रकरणों की सीधी सुनवाई करेंगे। 29 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे अलीराजपुर के आपद्वय वन स्टॉप सेंटर (सखी केन्द्र) का निरीक्षण करेंगे।