भोपाल. कोरोना को लेकर मध्यप्रदेश के लिए सुखद खबर आई है। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में IIT कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल (पद्मश्री से सम्मानित) का दावा है कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ना के बराबर है। इसकी वजह यहां बड़ी तादाद में वैक्सीनेशन होना है। प्रो. अग्रवाल ने गणितीय मॉडल के आधार पर अपनी बात कही है। यह भी कहा कि संक्रमण की रफ्तार लगातार कम हो रही है। एमपी के अलावा यूपी, बिहार और दिल्ली जैसे राज्य अक्टूबर तक कोरोना फ्री हो सकते हैं।
मप्र में हर्ड इम्युनिटी 80%
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक, ICMR की सर्वे रिपोर्ट बताती है कि कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर के बाद लोगों में हर्ड इम्युनिटी डेवलप हुई है। मध्यप्रदेश में यह जून में 77% थी, जो अगस्त में बढ़कर 80% से ज्यादा हो गई। यह देश में सबसे ज्यादा है। हालांकि, इसका यह मतलब कतई नहीं है कि हम सतर्क न रहें। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन तो करना ही पड़ेगा। मध्य प्रदेश में वैक्सीन के 4 करोड़ डोज लग चुके हैं।
दूसरी लहर की तुलना में कम गंभीर
प्रो. अग्रवाल ने जुलाई में एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके मुताबिक, अगर कोरोना का नया म्यूटेंट आता है तो तीसरी लहर तेजी से फैल सकती है, लेकिन यह दूसरी लहर की तुलना में आधी होगी। जैसे-जैसे वैक्सीनेशन अभियान आगे बढ़ेगा, तीसरी या चौथी लहर की आशंका कम होगी।
अग्रवाल की रिपोर्ट पर ही सरकार मुस्तैद
प्रो. अग्रवाल की विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर ही मध्यप्रदेश सरकार तैयारी कर रही है। पिछले दिनों कोरोना की समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रेजेंटेशन दिया था। यही वजह है कि मुख्यमंत्री वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर केंद्र पर लगातार दबाव बना रहे हैं।
दक्षिण-पूर्वोत्तर में संक्रमण
प्रो. अग्रवाल ने स्टडीज में कहा है कि मध्यप्रदेश, बिहार, यूपी, और दिल्ली में अक्टूबर तक कोरोना केस इकाई अंक तक पहुंच सकते हैं। अक्टूबर तक देश में एक्टिव केस करीब 15 हजार रहेंगे। इसकी वजह तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, असम, अरुणाचल प्रदेश समेत अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में संक्रमण की मौजूदगी रहेगी।