संजय गुप्ता. INDORE. दो माह में इंदौर जिला पंचायत (Indore Zilla Panchayat), चार जनपद पंचायत (Janpad Panchayat), आठ नगर परिषद (Municipal Council) और नगर निगम महापौर (Municipal Corporation Mayor) के चुनाव हो गए हैं। महापौर से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष, चारों जनपद पंचायत के अध्यक्ष (President) और आठ में सात नगर परिषद के अध्यक्ष के चुनाव हारने के बाद, अब जाकर कांग्रेस को एक जीत नसीब हुई है। गौतमपुरा (Gautampura) नगर परिषद के चुनाव में कांग्रेस के पास 15 में से आठ पार्षद थे और आश्चर्यजनक रूप से पहली बार कांग्रेस का कोई साथी टूट कर अलग नहीं गया और गौतमपुरा में बहुमत में आने के साथ अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के हर्षाली गगन बाहेती अध्यक्ष और राजा पाटीदार उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए। बीजेपी की अलका गुर्जर एक वोट से हारी। उपाध्यक्ष पद भी बीजेपी हार गई। हालांकि चुनाव के पहले कांग्रेस पार्षद जमील खान के खिलाफ केस दर्ज होने से राजनीति गर्मा गई, देपालपुर विधायक विशाल पटेल ने आरोप लगाया कि उन्हें वोट डालने से रोकने के लिए यह केस दर्ज हुआ है, ताकि बीजेपी समर्थक जीत जाए। यह बीजेपी का षडयंत्र है। हालांकि बाद में उन्हें वोट डालने को मिल गया।
तीन नगर परिषद पर बीजेपी ही जीती
वहीं शुक्रवार को बेटमा, सांवेर और महू परिषद में भी चुनाव हुए सभी जगह बीजेपी ने जीत हासिल की। सांवेर में संदीप चंगेडिया अध्यक्ष, जीतू राठौड उपाध्यक्ष, बेटमा में मनीषा जायसवाल अध्यक्ष और सुमित्रा बाई उपाध्यक्ष बनी। यहां दो निर्दलीय थे, इसमें से एक बीजेपी के पास गया तो एक कांग्रेस के पास। इस तरह हार-जीत आठ-सात वोट से रही। महू में भी बीजेपी जीती। इसके पहले दस अगस्त को राउ, देपालपुर, हातोद और मानपुर में बीजेपी एकतरफा जीती थी। तीन जगह तो कांग्रेस ने उम्मीदवार ही नहीं उतारे थे।