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INDORE. हनी ट्रैप (honey trap) मामले में 1 अगस्त को विशेष विचाराधीन (under special consideration) कोर्ट ने आरती दयाल (Aarti Dayal) व अन्य आरोपियों के मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स देने की याचिका को खारिज कर दिया। इसके पहले हाईकोर्ट से भी उनकी पुनरीक्षण याचिका खारिज हो चुकी है। विशेष शासकीय अभियोजक अभिषेक सिंह (Abhishek Singh) ने बताया कि आरोपियों के लिए बड़ा झटका है, हमने कोर्ट में पक्ष रखा था कि यह जानकारी पेन ड्राइव, मोबाइल आदि बाहर नहीं आना चाहिए क्योंकि इससे जो पीड़ित पक्ष है, उनकी निजता और गोपनीयता का हनन होता है। आरोपी ये जानकारियां लीक कर सकते हैं। पीड़ितों को समस्या आ सकती है। कोर्ट ने इस तर्क को मानने करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता कभी भी कोर्ट में आकर अपने गैजेट्स वगैरह देख सकते हैं। जब भी वो प्रति परीक्षण के लिए आते हैं तो वहीं देख सकते हैं लेकिन यह उन्हें सुपुर्दगी में नहीं दिए जा सकते हैं। विशेष न्यायाधीश मनोज तिवारी (Special Judge Manoj Tiwari) ने आदेश सुनाया।
अकाउंट की होगी जांच
हनी ट्रैप मामले की जिला कोर्ट में सुनवाई हुई। आरोपी आरती दयाल, श्वेता पति विजय जैन, श्वेता पति स्वप्निल जैन ने कोर्ट में याचिका लगाकर जब्त हुए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मांगे थे। जिन्हें कोर्ट ने देने से मना कर दिया। वहीं आरोपी आरती दयाल के दो मोबाइल जो जब्त किए गए थे, उनकी भी जांच होगी। साथ ही अकाउंट फ्रिज को लेकर कोर्ट कल सुनवाई करेगा। सरकारी वकील के मुताबिक आरोपियों के अकाउंट में करोड़ों रुपए जमा हैं।
कौन है आरती दयाल?
इंदौर नगर निगम (Indore Municipal Corporation) के इंजीनियर हरभजन सिंह (Engineer Harbhajan Singh) ने पलासिया थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद यह मामला चर्चा में आया था। उनपर आरोप है कि उन्होंने ब्लैकमेल कर अधिकारियों से अच्छी खासी रकम वसूली है। आरती का असली नाम आरती अहिरवार (Aarti Ahirwar)है और मूल रूप से वह छतरपुर (Chhatarpur) की रहने वाली है। उसकी शादी अनिल वर्मा से हुई थी। बाद में दोनों अलग हो गए। इसके बाद आरती, पंकज दयाल के साथ संपर्क में आई और श्वेता जैन से भी मिली। दोनों ने मिलकर देह व्यापार में फंसाकर ब्लैकमैल का काम शुरू कर दिया। इस दौरान हरभजन सिंह से भी मुलाकात हुई। आरोपियों ने उसे फंसा कर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। इसके लिए आरती ने अपनी दोस्त रूपा अहिरवार को साथ में लिया था। सितंबर 2019 में हरभजन के पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद यह पूरा मामला खुला था।