INDORE. नगर निगम चुनाव (Municipal Corporation Election) में इस बार पूरी तरह से बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की चली है। उनकी विधानसभा दो और पुत्र आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) की विधानसभा तीन में किसी को भी दखल नहीं देने दिया गया। कैलाश-रमेश की जोड़ी ने विधानसभा दो में एकतरफा अपने सभी लोगों को टिकट दिलवाए, साथ ही युवराज उस्ताद की पत्नी को भी टिकट मिल गया। इस टिकट की जंग में पूर्व विरोधी लेकिन अब एक ही पार्टी में साथी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को उन्होंने मात दी। सिंधिया केवल वार्ड 72 से अपने समर्थक योगेश गेंदर को टिकट दिला सके लेकिन वार्ड 64 से कैलाश अपने समर्थक मनीष मामा को टिकट दिलाने में सफल रहे। सिंधिया समर्थक पवन जायसवाल खाली हाथ रहे, इसी तरह सिंधिया समर्थक लक्की, राजेश पाण्डेय की पत्नी को भी टिकट नहीं मिला।
मेयर टिकट में भी विजयवर्गीय की आपत्ति पड़ गई थी भारी
इसके पहले मेयर टिकट में भी जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ. निशांत खरे का नाम आगे बढ़ाया था तब विजयवर्गीय ही दिल्ली तक अड़ गए थे कि मेंदोला नहीं तो खरे भी नहीं चाहिए और इसी लड़ाई में आखिर में पुष्यमित्र भार्गव को टिकट मिल गया।
वहीं विधायकों की चली
उधर विधानसभा एक से लेकर राउ तक में विधायक, पूर्व विधायक और आने वाले विधानसभा चुनाव (assembly elections) में टिकट की दावेदारी करने वालों की सूची को तवज्जो दी गई। विधानसभा एक में पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता की चली और वो अपने सभी समर्थकों को जहां टिकट दिला सके, वहीं विरोधी मांगीलाल रेडवाल का टिकट कटवाने में भी सफल रहे। ऊषा ठाकुर के समर्थक संतोष सिंह गौर को भी यहां एडजस्ट किया गया है।
विधानसभा दो में कैलाश-रमेश की जोड़ी ने अपने सभी समर्थक चंदू शिंदे, मुन्नालाल यादव, युवराज उस्ताद की पत्नी स्वाति काशिद, मनीष मामा, राजेंद्र राठौर, पूजा पाटीदार सहित सभी को टिकट दिलाने में सफल रहे। विधानसभा तीन में आकाश विजयवर्गीय की चली, साथ ही उषा ठाकुर के भी समर्थक को भी यहां से टिकट मिला। इसी तरह विधानसभा चार में मालिन गौड तो पांच से महेंद्र हार्डिया अपने समर्थकों राजेश उदावत, निशा देवलिया आदि को टिकट दिलाने में सफल रहे। राउ में जीतू जिराती अपने वालों को टिकट दिला सके तो साथ ही मधु वर्मा की भी चली उनके समर्थक सुनीता हार्डिया को वार्ड 74 से टिकट मिल गया।
बाहरी को टिकट देने पर हुआ विरोध
वार्ड 66 में बाहरी प्रत्याशी को टिकट नहीं देने का विरोध था लेकिन फिर से यहां से कंचन गिदवानी को टिकट दिया गया है। वहीं विवादित भरत सिंह रघुवंशी को भी टिकट दिया गया है, जिन पर जमीन कब्जों को लेकर आरोप है। वार्ड 80 से सरकारी नौकरी छोडकर राजनीति में आए प्रशांत ब़डवे को टिकट दिया गया है। उधर सुदर्शन गुप्ता और मनोज पटेल के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद कुलदीप चौकसे ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। वार्ड 33 में मनोज मिश्रा को भी टिकट देने का विरोध हो रहा है।
इन बडों के टिकट कट गए- वहीं टीनू जैन, पूर्व निगम सभापति अजय नरूका, मधु वर्मा के रिशतेदार बलराम सहित कई लोगों को टिकट कट गए हैं।
मुस्लिम वर्ग से दूरी- बीजेपी की सूची में मुस्लिम वर्ग से दूरी बनाई गई है और किसी को टिकट नहीं दिया गया है, केवल एक टिकट बोहरा समाज से दिया गया है।
महापौर पद के लिए एक और वकील मैदान में
नगर निगम इंदौर के महापौर पद के चुनाव में एक और राजनीतिक दल ने वकील को प्रत्याशी बना दिया है। बीजेपी की ओर से पुष्यमित्र भार्गव के नाम तय होने के बाद अब आम आदमी पार्टी ने भी वरिष्ठ अधिवक्त कमल गुप्ता को प्रत्याशी घोषित कर दिया है, वह भी शनिवार को नामांकन दाखिल करेंगे। गुप्ता ने पूर्व गृहमंत्री प्रकाश चंद्र सेठी एवं पूर्व मुख्यमंत्री विद्याचरण शुक्ल के साथ भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के पूर्व महामंत्री के रूप में एवं म. प्र युवक कांग्रेस में कई वर्षों काम किया है। वह इंदौर अभिभाषक संघ के पूर्व अध्यक्ष भी है। उन्होंने बताया कि वह परिवर्तन के लिए मैदान में आए हैं, शनिवार को सुबह दस बजे लालबाग से रैली निकालकर 11 बजे अपना नामांकन भरेंगे।