ग्वालियर. जिला प्रशासन की टीम ने एक गोपनीय सूचना पर उपनगर मुरार के गर्ल्स कॉलेज (Murar girls college) के सामने स्थित एसएन हॉस्पिटल (sn hospital) पर छापामार कार्रवाई की। सूचना मिली थी कि यहां महिलाओं का अवैध तरीके से गर्भपात किया जाता है। मामले की पुष्टि के लिए स्वास्थ्य विभाग (Gwalior Health Department) के अमले ने स्टिंग ऑपरेशन (Sting opreation) किया। विभाग ने एक महिला को मरीज बनाकर अबॉर्शन के लिए भेजा था।
अस्पताल को किया सील: अस्पताल में गर्भपात (Abortion) के लिए पचास हजार रुपए की मांग की गई। बाद में दलाल के माध्यम से सौदा 16 हजार रुपए में तय हुआ। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन को शक हो गया तो उन्होंने महिला का अबॉर्शन करने से मना कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम कार्रवाई करने अस्पताल में पहुंची, तब वहां कोई ट्रेंड चिकित्सक नहीं मिला। न ही अस्पताल पर गर्भपात के लिए उचित पंजीयन था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल से रजिस्टर रसीद कट्टे पेपर और अबॉर्शन में काम आने वाले उपकरण समेत अन्य कागजात जब्त किए हैं। फिलहाल एसएन हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है।
PC & PNDT एक्ट में कार्रवाई: अस्पताल प्रशासन के खिलाफ पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि अस्पताल का मालिक धर्मवीर दिनकर है। यहां डॉ. रजनी अग्रवाल नाम की महिला चिकित्सक अपनी सेवाएं देने आती थी। लेकिन छापामार कार्रवाई के दौरान कोई भी चिकित्सक अस्पताल में नहीं मिला है। नोडल अधिकारी पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट नीलम सक्सेना का कहना है कि अस्पताल का पूरा रिकॉर्ड देखा जा रहा है। ऐसा लगता है कि यहां पहले भी गर्भपात किए जाते रहे हैं। ऐसे में इसकी पुष्टि होने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन भी निरस्त किया जा सकता है।
वैधानिक कार्रवाई करेंगे: ग्वालियर CMHO डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि एक स्टिंग ऑपरेशन हमने काफी लंबे समय से प्लान किया था। ये अस्पताल गर्भपात करने के लिए पंजीकृत नहीं था। हमने महिला डॉक्टरों को भेजकर वहां स्टिंग ऑपरेशन किया था। साथ में पुलिस की टीम भी थी। दलाल के माध्यम से 16 हजार रुपए में डील फाइनल हुई थी। कार्रवाई के बाद अस्पताल के सील कर दिया। गर्भपात के लिए आवश्यक उपकरण मिले हैं, कुछ एक्सपायर दवाएं भी मिली है। सभी पर वैधानिक कार्रवाई करेंगे।