कमलेश सारडा, नीमच. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच (Neemuch) में बड़े पैमाने पर अवैध (illegal) अफीम (opium) की खेती (farming) हो रही थी, जिसका पुलिस और सीबीएन (केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो) ने भंडाफोड़ किया है। जावद पुलिस को जानकारी मिली थी कि बड़े पैमाने पर अवैध अफीम की खेती हो रही है। इस सूचना के आधार पर 25 फरवरी को जावद पुलिस व सीबीएन की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई को अंजाम दिया। नीमच जिले के ग्राम बावल के समीप खेतों के बीच में अवैध अफीम की खेती की जा रही थी।
फसल को नष्ट करवाया: बताया जा रहा है कि करीब 16 आरी अवैध अफीम यहां पर बोई गई थी। इसके डोडे भी निकल आए थे। कुछ समय के बाद यह अफीम की फसल पक कर तैयार होने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही जावद पुलिस व केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने भांडाफोड़ करते हुए अवैध अफीम की फसल को नष्ट करवा दिया।
जब पुलिस दल-बल के साथ बड़ी संख्या में गांव पहुंची तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। कुछ देर तक ग्रामीणों को समझ ही नहीं आया कि आखिर माजरा क्या है। इस कार्रवाई के दौरान नीमच जिले की जावद, नयागांव, नीमच सिटी और बघाना सहित अन्य थानों की पुलिस मौजूद रही।
लाइसेंस के बिना अफीम की खेत नहीं की जा सकती: इतने बड़े पैमाने पर किसने यह अवैध अफीम बो रखी थी, इसका प्रशासन द्वारा आधिकारिक रूप से खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि इस अफीम की बड़े स्तर पर तस्करी होने वाली थी। आपको बता दें कि मालवा के नीमच और मंदसौर जिले में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जाती है। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा किसानों को अफीम के लाइसेंस जारी किए जाते हैं। इसका विवरण किसानों द्वारा नारकोटिक्स विभाग को दिया जाता है, तभी लाइसेंस मिलता है।