संजय गुप्ता, INDORE. कांवड़ यात्रियों के साथ मारपीट के मामले में शराब कारोबारी रिंकू (मंजीत) भाटिया बुरी तरह उलझ गए हैं। भले ही वो एफआईआर से बच गए हों लेकिन घटनास्थल उनके होटल बलराज रिट्रीट के टूटने का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन द्वारा सिमरोल थाना एरिया के ग्राम गवालू स्थित इस होटल के सभी दस्तावेज उनसे मांगे गए थे, जिसमें वह निर्माण को लेकर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की मंजूरी पेश नहीं कर सके। साथ ही मौके पर पंचायत से मिली मंजूरी से अधिक निर्माण होटल पर पाया गया है। इसके बाद प्रशासन ने होटल सील कर दिया है। ग्राम पंचायत सचिव द्वारा भाटिया 8 अगस्त तक अपना जवाब पेश करने का समय दिया है।
पर्यटन मंत्री और हिंदू संगठनों का दबाव
पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर इसी विधानसभा क्षेत्र की विधायक हैं और अपने कट्टर हिंदुत्व के लिए जानी जाती हैं। कावड़ियों के साथ घटना के बाद से ही वह एकदम सक्रिय है और पुलिस, प्रशासन से लगातार फोन पर संपर्क होकर कार्रवाई की जानकारी ले रही है। उधर हिंदू संगठनों द्वारा भी चेतावनी दी गई है कि होटल को तोड़ा जाए।
पंचायत नोटिस में ये लिखा गया है
बलराज होटल में पंचायत द्वारा दी गई अनुमति से अधिक निर्माण कार्य किया गया है जो कि पूर्णतः अवैध और नियम विरूद्ध है। साथ ही बलराज होटल के निर्माण हेतु टीएनसीपी से किसी भी प्रकार की अनुमति प्राप्त नहीं की गई है, जोकि नियम विरुद्ध है। उक्त दोनों तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए बलराज होटल का निर्माण पूर्ण रूप से अवैध पाया गया है। इसके साथ ही जांच में यह भी पाया गया है कि होटल से जो कचरा निकलता है, उसमें गीला-सूखा कचरा निपटान की भी उचित व्यवस्था नहीं की गई है। होटल का कचरा पास की जमीनों पर एवं रोड पर फैला रहता है, जिससे गांव में संक्रमण का खतरा फैल रहा है जो कि वेस्ट मैनेजमेंट नियमों का उल्लंघन है।