Jabalpur. जबलपुर के गढ़ा थाना इलाके के इंदिरा गांधी वार्ड में सर्वे के लिए घूम रही युवकों की टोली को स्थानीय लोगों ने पुलिस के हवाले किया है। आरोप है कि युवक घर-घर दस्तक देकर लोगों के परिवार के हर सदस्य की निजी जानकारियां, मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जानकारियां एकत्र कर रहे थे। उनकी गतिविधियां संदिग्ध नजर आने पर क्षेत्रीय लोग जमा हो गए। मौके पर वार्ड के पूर्व पार्षद भी पहुंच गए। और सर्वे टीम को पुलिस के हवाले किया गया।
पूछताछ करने पर धौंस जमाने लगी टीम
दरअसल लोगों ने जब सर्वे कर रही टीम से ही उल्टा पूछताछ शुरू की तो युवक धौंस जमाने लगे। वहीं सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक ऑडियो के चलते लोग सशंकित थे। कहीं सर्वे के नाम पर उनके साथ चार सौ बीसी न हो जाए। जिसके बाद लोगों ने पुलिस को बुला लिया। इस दौरान सर्वे टीम के पास परमीशन के नाम पर केवल एसपी दफ्तर से डिस्पैच शाखा से रिसीव किया हुआ एक पत्र मात्र मिला।
गढ़ा पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ की तो हिरासत में लिए गए 4 युवकों ने बताया कि वे गुड़गांव की लीड टेक कंपनी के कर्मचारी हैं और वे सर्वे कर मतदाता सूची में लोगों के नाम जोड़ने का काम कर रहे हैं। वहीं लोगों की पूछताछ के दौरान टीम के दो सदस्य मौके से भाग खड़े हुए थे। जिसके बाद लोगों ने इन्हें संदिग्ध मानते हुए पुलिस के हवाले कर दिया।
यह है वायरल ऑडियो में
दरअसल शहर में सोशल मीडिया में वायरल ऑडियो में एसटीएफ अधिकारी की आवाज होने का दावा किया जा रहा है। ऑडियो में लोगों को नए तरीके से हो रहे फ्रॉड के बारे में आगाह किया जा रहा है। जिसमें केवायसी अपडेट करने, पेंशन निकलवाने के नाम पर डाटा इकट्ठा कर रहे हैं। जिससे लोगों के साथ ठगी की जा सकती है। ऑडियो में ऐसे लोग नजर आने पर पुलिस इत्तला करने की अपील भी की गई है।