इंदौर. बांग्लादेशी युवतियों की तक्सरी के मामले में 2 अक्टूबर को बड़ा खुलासा हुआ है। इंदौर पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि एक दलाल ने 200 से ज्यादा बांग्लादेशी लड़कियों को भारत लाकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया गया। इसका मुख्य सरगना दलाल मुनीरुल उर्फ मुनीर को इंदौर पुलिस ने पकड़ लिया है। 5 साल से वो इस धंधे को चला रहा था। ज्यादातर लड़कियों से उसने शादी की और फिर यहां लाकर बेच दिया। इसके पीछे बड़ा नेटवर्क है। गिरोह में शामिल लड़कियों की पहले कोलकाता, फिर मुंबई में ट्रेनिंग कराता था। इसके बाद दूसरे शहरों में सप्लाई कर देता है।
इंदौर पुलिस ने सूरत से दबोचा
थाना प्रभारी तहजीब काजी के अनुसार, बांग्लादेश के जसोर के रहने वाले मुनीर पर 10 हजार रुपए का इनाम था। इंदौर के विजय नगर थाने की पुलिस ने उसे गुरुवार रात सूरत से पकड़ा है। आरोपी ने बताया की कि कैसे लड़कियों को बांग्लादेश और भारत के पोरस बॉर्डर पर नाले के रास्ते लाया जाता था। बॉर्डर के पास के छोटे गांव में इसके एजेंट लड़कियों को मुर्शिदाबाद और आसपास के ग्रामीण इलाकों में लाकर ही भारत में एंट्री करवाते थे।
ऐसे करता था ये घिनौना काम
देह व्यापार में लिप्त एक लड़की ने विजय नगर (इंदौर) पुलिस को 11 साल पहले की आपबीती बताई। लड़की ने बताया था कि 2009 में 15 साल की थी। मां के गुजर जाने के बाद पढ़ाई का तनाव था। फीस नहीं भरने पर एक पेड़ के नीचे बैठकर रो रही थी, तभी एक युवती और युवक आए। बोले- भारत काफी अच्छा है। वहां पढ़ाई भी होगी और पैसे भी अच्छे मिलेंगे। वह बातों में आ गई, फिर इंडिया बॉर्डर तक पहुंचे। वहां तार के नीचे से निकाला। रातभर पैदल चलना पड़ा। सुबह मुर्शिदाबाद पहुंचे। वहां एक आदमी ने अपने घर में पनाह दी। यहां से युवक-युवती चले गए।
यह है पूरा मामला
अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में विजय नगर पुलिस ने महालक्ष्मी नगर के एक होटल में बंधक बनाकर रखी गईं 13 लड़कियों को छुड़ाया था। इनमें से 9 बांग्लादेश से और चार पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और बिहार से थीं। सभी को नौकरी के बहाने लाया गया था और सेक्स रैकेट में झोंक दिया गया था। बांग्लादेश से लड़कियों को अवैध तरीके से बॉर्डर पार कराकर लाया गया था। जांच में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का खुलासा तब हुआ था, जब मुंबई की दो मॉडल्स ने यहां बंधक बनाकर रेप का केस कराया था।