छतरपुर में पेट दर्द होने पर बच्ची को गर्म चूड़ी से दागा; हालत बिगड़ी, एडमिट

author-image
एडिट
New Update
छतरपुर में पेट दर्द होने पर बच्ची को गर्म चूड़ी से दागा; हालत बिगड़ी, एडमिट

हिमांशु अग्रवाल, छतरपुर. दो साल की बच्ची को अंधविश्वास में गर्म चूड़ी से दागने का मामला सामने आया है। उसके परिजन ने ही उसे पेट दर्द होने पर ऐसा किया है। अब बच्ची की हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, मामला गढ़ीमलहरा (Gadhimalhara) इलाके के कुर्राहा (Kurraha) गांव का है। यहां दो साल की चांदनी को पेट दर्द की शिकायत हुई। उसके परिजन ने अंधविश्वास (Superstition) के चलते उसे गर्म चूड़ी से पेट सहित कई जगहों पर दागा है, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई है। 



पुलिस को दी जानकारी: घटना का खुलासा तब हुआ जब परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल लाए। डॉक्टरों ने चेक किया तो देखा कि इस बच्ची को किसी गर्म चीज से दागा गया है। पूछताछ पर परिवारवालों ने बताया कि उनके बच्चे को पेट में दर्द था। इस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया और उसे गर्म चूड़ी से दागा। मामले पर डॉक्टर ने जानकारी अस्पताल चौकी को दी, जहां से गढ़ीमलहरा थाना पुलिस को सूचना दी गई है। 



डॉक्टर ने ये कहा: जिला अस्पताल के डॉ. अरुणेंद्र कौशल (Dr. Arunendra Kaushal) का कहना है कि यह तरीका किसी भी बीमारी के इलाज का नहीं है। बच्ची के घाव में पस पड़ गया है। अगर किसी को बीमारी होती है तो अच्छे डॉक्टर को दिखाएं। उन्होंने पुलिस को भी इसकी जानकारी दी है। 



पिता ने ये कहा: बच्ची के पिता रामनाथ ने बताया कि बच्ची को सर्दी और पेट में दर्द था। पुराने लोग कहा करते थे कि चूड़ी को दिए में गर्म करके लगाने से सर्दी ठीक हो जाती है, इसलिए ऐसा किया था। बच्ची को आराम नहीं होने पर अस्पताल लाए हैं।


Chhatarpur छतरपुर superstition अंधविश्वास district hospital जिला अस्पताल Gadhimalhara Kurraha Ramnath Dr. Arunendra Kaushal गढ़ीमलहरा कुर्राहा रामनाथ डॉक्टर अरुणेंद्र कौशल