Damoh. आपने शायद यह कभी न देखा और नही सुना होगा की किसी जंगली जानवर को पकड़ने वनकर्मी किसी इंसान को चारा बनाए, लेकिन यह घटनाक्रम दमोह में सामने आया है। जब एक गांव में आतंक मचा रहे बंदर को पकड़ने वनकर्मी केले और पिंजरा लेकर पहुंचे, लेकिन बंदर केला खाने उनके पास नही आया। उसके बाद वन अमले ने एक ग्रामीण को चारे के रूप में इस्तेमाल किया और ग्रामीण को बंदर को केले खिलाने भेज दिया क्योंकि बंदर उसे पहचानता था। केले खाकर जब बंदर का पेट भर गया तो उसने ग्रामीण पर हमला कर घायल कर दिया और भाग गया। आनन फानन में वनकर्मी घायल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां उसका इलाज चल रहा है।
यह है पूरा मामला
दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के खेरी गांव में एक बंदर लोगों को काफी परेशान कर रहा है। ग्रामीणों की सूचना पर सोमवार शाम वन अमला पिंजरा और कई सारे केले अपने साथ लेकर पहुंचा। वन कर्मियों एक पेड़ के पास जाकर बंदर को केले खिलाने चाहे, लेकिन वह नहीं आया। इसी दौरान किसी ने बताया की बंदर की दोस्ती भगवत कुशवाहा ( 25 ) के साथ है वह उसे नुकसान नहीं पहुंचाता उसे बुलाओ तो बंदर पकड़ा जा सकता है।
वनकर्मियों ने भगवत को बुलाया और केले की थैलियां उसे दे दी। भगवत ने बंदर को केले खिलाने बुलाया तो वह आ गया और कई सारे केले खाने के बाद जब उसका पेट भर गया तो बंदर ने उस पर हमला कर दिया और कई जगह काट लिया। हमले में गंभीर रूप से घायल युवक को वन कर्मी इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
सोचा नही था बंदर हमला कर देगा
वन कर्मी दिनेश नेमा ने बताया कि वह बंदर पकड़ने खेरी गांव गए थे, लेकिन बंदर नही पकड़ा गया। इसलिए बंदर को पकड़ने भगवत को केले दे दिए, लेकिन उसने हमला कर दिया। उन्होंने नही सोचा था की बंदर हमला करेगा। बंदर ने भगवत के सिर को गंभीर रूप से घायल किया और घायल करने के बाद बंदर भाग गया । घायल को जिला अस्पताल लेकर आए हैं , जहां पर उसे भर्ती किया गया है और इलाज जारी है।