Damoh. बागेश्वरधाम की प्रसिद्धि पूरी दुनिया में फैल चुकी है और यही कारण है कि शिष्य अपने गुरू के दर्शनों के लिए कहीं हजारों किमी की पैदल यात्रा करते हुए जा रहे हैं तो कहीं दंड भरकर अपनी मन्नत लेकर जा रहे हैं। दमोह जिले के पथरिया से भी एक शिष्य अपनी मनोकामना लेकर छतरपुर जिले के बागेश्वरधाम के लिए दंड भरते हुए रवाना हुआ है। यह पूरी यात्रा करीब 180 किमी लंबी है, लेकिन गुरू के दर्शन और बालाजी सरकार के प्रति आस्था इस शिष्य को हौसला दे रही है।
महंत धीरेंद्र शास्त्री से मिलने की है तमन्ना
जानकारी के अनुसार दमोह जिले के पथरिया निवासी 25 वर्षीय युवक शिवम प्यासी अपनी मनोकामना लेकर बागेश्वर धाम के दर्शनों की अभिलाषा लेकर दंड भरते हुए जा रहे हैं। शनिवार को इस भक्त को दमोह-छतरपुर मार्ग पर हिन्नाई उमरी गांव के पास लोगों ने जमीन पर कपड़ा बिछाकर हाथ में नारियल लेकर दंड भरते हुए देखा तो उससे जानकारी ली। शिवम ने बताया कि वह छतरपुर जिले के बालाजी बागेश्वर महाराज के यहां कुछ मनोकामना लेकर जा रहा है इसलिए मन में विचार आया कि क्यों न दंड भरते हुए चला जाय और इसी संकल्प को लेकर वह चल रहा है। बागेश्वरधाम तक की यात्रा 180 किमी की है इसके बाद बालाजी सरकार के दर्शन होंगे और हो सकता है कि गुरूवर की नजर भी उस पर पड़ जाए।
गौरतलब हो कि बागेश्वरधाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रति पूरी दुनिया के लोगों की आस्था बढ़ती जा रही है। अभी कुछ दिन पहले ही एक युवक कर्नाटक से पैदल ही बागेश्वरधाम पहंुचा था जिसका मड़ियादो पहंुचने पर युवाओं के द्वारा स्वागत किया गया था। हालांकि बागेश्वरधाम में गद्दी को लेकर तरह-तरह के विवाद भी हो रहे हैं, जिनकी खबरें अलग-अलग माध्यमों से मिलती रहती हैं। हालांकि शिवम का कहना है कि उसे इन विवादों से कोई सरोकार नहीं है, उसकी आस्था बालाजी सरकार के धाम और उसके गुरू के प्रति है। दुनिया क्या कहती है, उसे इससे कोई सरोकार नहीं है।