Damoh. दमोह जिले में शरद पूर्णिमा के अवसर पर जमकर दूषित मावा के लड्डू का विक्रय किया गया और खाद्य सुरक्षा विभाग के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसका नतीजा यह निकला कि दूषित लड्डू खाने के चलते 15 से अधिक लोग बीमार हो गए और उल्टी दस्त की शिकायत होने के बाद उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। उनमें 5 बच्चे और 10 महिलाएं शामिल हैं। सभी को सीवियर फूड प्वाइजनिंग के लक्षण बताए जा रहे हैं। घटना सलैया टोला गांव की है जहां शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में पूजन-अर्चन कर मावे के लड्डू वितरित किए गए थे।
रविवार की रात से लेकर सोमवार की सुबह तक लगातार मरीजों के जिला अस्पताल पहुंचने का क्रम जारी रहा। दमोह के सलैया टोला गांव के रहने वाले राम सिंह ने बताया कि रविवार को शरद पूर्णिमा पर्व के अवसर पर उनके घर पर मावा के लड्डू का पूजन हुआ था। शाम को पूजन करने के बाद बच्चे व घर के अन्य सदस्यों ने लड्डू खाए और रात में एक के बाद एक सभी को उल्टी, दस्त होने लगे। जिसके बाद 108 की मदद से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। पलंदी चौराहा पर रहने वाले बबलू कहार ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर्व पर मावा से बने लड्डू खाने के बाद उनकी बेटी राधिका व घर के अन्य लोग बीमार हो गए जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है जिनकी सेहत में धीरे धीरे सुधार हो रहा है।
तमाम प्रयासों के बावजूद नहीं हो पा रही खाद्य सुरक्षा
देश में खाद्य सुरक्षा को लेकर काफी कड़े नियम तो बना दिए गए हैं लेकिन सुस्त प्रशासनिक रवैए और मिलीभगत के चलते मिलावटखोरों चांदी काट रहे हैं और इसका खामियाजा भोली-भाली जनता को भुगतना पड़ता है। ताजा मामले में भी इतने सारे लोगों के बीमार होने के बावजूद दूषित मावा बेचने वाले दुकानदार पर किसी तरह की कोई कार्रवाई प्रशासनिक कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही।