ललित उपमन्यु, इंदौर. देश के दो ख्यात उद्योगपतियों टाटा और अडानी की कंपनियों ने इंदौर में डेरा डाला हुआ है। कंपनी मोंटे कार्लो सहित देश की पांच अन्य कंपनियों ने भी एक बड़े सौदे को कब्जे में लेने के लिए मैदान पकड़ लिया है।
मामला पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चार सौ करोड़ से ज्यादा के टेंडर का है। पौने चार लाख स्मार्ट मीटर की सप्लाई के लिए बुलाए गए, इस टेंडर को अपने नाम करने के लिए टाटा, अडानी, मोंटे कार्लो के अलावा कलकत्ता, नोएडा और बंगलुरू की कंपनियां भी मैदान में हैं। बिजली कंपनी के इतिहास में संभवतः यह पहला मौका है, जब टाटा और अडानी किसी टेंडर के लिए आमने-सामने हुए हैं।
दफ्तर में बैठे-बैठे लाइव देख सकेंगे बिजली चोरी-
- बिजली कंपनी अपने लाइन लॉस (बिजली चोरी या अन्य कारणों से होने वाले नुकसान) को रोकने के लिए ये स्मार्ट मीटर लगा रही है।
जर्मनी की कंपनी ने उपलब्ध कराई है राशि: इस प्रोजेक्ट के लिए बिजली कंपनी को जर्मनी की कंपनी ने चार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बिजली कंपनी को फायनांस की है। कंपनी में टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। देखना है, बड़े खिलाड़ियों के बीच चार सौ करोड़ से ज्यादा के सौदे के लिए चल रही इस कश्मकश में कौन बाजी मारता है।