Seoni,Vinod Yadav. सिवनी में जबलपुर लोकायुक्त की टीम एकदम फॉर्म पर है। बीते पखवाड़े के दौरान लोकायुक्त की टीम ने तीसरी कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इस बार बरघाट स्थित उत्कृष्ठ स्कूल के बाबू को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा गया है। लोकायुक्त थाना प्रभारी सुरेखा परमार ने बताया कि सिवनी के बरघाट में पदस्थ उत्कृष्ट स्कूल के बाबू संतोष उइके पर ट्रेप की कार्रवाई की गई है। आरोपी क्लर्क संतोष ने स्कूल से रिटायर्ड व्याख्याता निरंजन बघेल से रिटायरमेंट के ग्रेज्युटी भुगतान संबंधी कार्य और रोके गए भुगतान की राशि कम करने के एवज में 25 हजार रिश्वत की डिमांड की थी। जिसकी शिकायत बघेल ने लोकायुक्त को कर दी।
जांच पड़ताल के बाद निरंजन बघेल को लोकायुक्त की टीम ने कैमिकल लगे 20 हजार रुपए के नोटों के साथ क्लर्क के पास भेजा। जिस पर आरोपी संतोष ने उन्हें कलेक्ट्रेट गेट के पास बुलाया। जहां रुपए हाथ में लेते ही लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को धर दबोचा।
15 दिन के अंदर तीसरी कार्रवाई
सिवनी जिले में लोकायुक्त की टीम 15 दिनों में यह तीसरी कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई से प्रशासनिक महकमों के काम करने वाले घूसखोरों में खतरे की घंटी बज रही है। एक तरफ ईओडब्ल्यू के छापों और दूसरी तरफ लोकायुक्त के ट्रेप के चलते घूसखोर कर्मचारी दिन रात भगवान से प्रार्थना में लगे हैं।
एक ही प्वाइंट पर पकड़े जा रहे घूसखोर
ताज्जुब की बात यह है कि लोकायुक्त द्वारा पकड़े जा रहे घूसखोरों की कार्रवाई में ऐसा तीसरी बार हुआ है कि आरोपी जिला मुख्यालय के गेट के आसपास ही रिश्वत लेता है। अब यह प्वाइंट घूसखोरों का पसंदीदा अड्डा है या लोकायुक्त पुलिस को यहां ट्रेप की कार्रवाई का जाल बिछाने में आसानी हो जाती है, यह तो पता नहीं लेकिन आज की कार्रवाई के बाद शायद अब घूसखोर इस इलाके से वैसे ही निकला करेंगे जैसे गीदड़ और कुत्ते शेर के इलाके से गुजरते हैं, दुम दबाकर।