Shivpuri. मप्र के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री और शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया एक बार फिर सुर्खियों में हैं। सिंधिया खेमे से मंत्री महेंद्र सिंह पिछले कुछ समय से अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं। मंत्री सिसौदिया आए दिन जिले की पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों पर बड़ा हमला बोला है। दरअसल जिले में कथित रूप से नशे के बढ़ते कारोबार पर पुलिस पर निशाना साधा है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि शिवपुरी जिले में स्मैक और रेत का धड़ल्ले से कारोबार चल रहा है लेकिन यह सब कुछ बगैर पुलिस के संभव नहीं है। अर्थात सिसौदिया ने कहा कि पुलिस के संरक्षण में ही अवैध धंधे चल रहे हैं।
सिसौदिया के बयान से राजनीति गर्मायी
पुलिस प्रशासन को इन सभी की जानकारी है लेकिन कार्रवाई नहीं कर रही है। जल्द ही वे इस संबंध में सीएम शिवराज सिंह को अवगत कराएंगे। ऐसे में सरकार से साफ तौर पर उनकी नाराजगी देखी जा रही है। सिसौदिया के इस बयान से राजनीति गर्मा गई है। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अंदरखाने की बात यह है कि सब कुछ ठीक नहीं है क्योंकि ये पहले अवसर नहीं है जब उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की है। खासकर पुलिस प्रशासन को लेकर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। भले ही सरकार सब कुछ ठीक होने का दावा करे लेकिन मंत्रियों की नाराजगी साफ तौर पर कुछ और ही इशारा कर रही है।
मुख्य सचिव को बताया था निरंकुश
मंत्री मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव मुख्य सचिव को निरंकुश बताकर अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया था। बैंस मुख्यमंत्री शिवराज के भरोसेमंद अफसर माने जाते हैं। महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा था कि प्रदेशवासियों का सौभाग्य है कि हमें शिवराज सिंह चौहान जैसा मुख्यमंत्री मिला। वे मध्य प्रदेश ही नहीं, भारत के सर्वोच्च मुख्यमंत्री हैं और सदा बने रहें, ऐसी मेरी ईश्वर से कामना है। मुख्यमंत्री इतने अच्छे हैं कि शायद उन जैसा कोई ना हो। लेकिन मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस जैसे अफसर के बारे में मेरे पास शब्द नहीं हैं। अगर मैं निरंकुशता का किसी को आधार बनाता हूं तो वो हमारे मुख्य सचिव को ही बनाऊंगा। इतना अच्छा मुख्यमंत्री होने के बावजूद हमारा प्रशासन इतना निरंकुश क्यों है। ये हमारा मुख्य सचिव (इकबाल सिंह बैंस) ही बता सकते हैं।
थाना प्रभारियों के ट्रांसफर पर भी जताया था विरोध
इससे पहले मंत्री सिसोदिया की नाराजगी शिवपुरी और गुना में थाना प्रभारियों के ट्रांसफर को लेकर देखी गई। उनका कहना था कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते एसपी को चाहिए कि वे हमें बताएं। बिना बताए ट्रांसफर कर दिए, जब मैने फाइल मांगी तो वो भी नहीं भेजी गई। जानकारों की मानें तो सिंधिया खेमे के नेताओं और सीएम शिवराज के करीबी अफसरों के बीच की वर्चस्व की लड़ाई है। बताया जाता है कि सीएम के करीबी अधिकारी मंत्रियों से ढंग से बात भी नहीं करते। इकबाल सिंह बैंस सीएम के सबसे करीबी अधिकारियों में एक हैं। उन्हें एक्सटेंशन दिलाने के लिए सीएम दिल्ली तक लेटर भेज चुके हैं, लेकिन वहां फाइल अटकी हुई है।
स्मैक के ओवरडोज से युवक की मौत
दरअसल मंत्री सिसौदिया की यह सख्त टिप्पणी ऐसे समय आई जब शिवपुरी में स्मैक के ओवरडोज से एक युवक की मौत हो गई। उसकी लाश गुरुद्वारे चौराहे के समीप पाई गई जिसके बाद मंत्री सिसोदिया ने नशे के कारोबार के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए कई सनसनीखेज आरोप लगाए। नागरिकों के अनुसार शहर में इन दिनों स्मैक का नशा युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है यदि शिवपुरी को उड़ता शिवपुरी कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि स्मैक के ओवरडोज से शिवानी नाम की युवती की मौत हो गई थी जिसके बाद काफी बवाल मचा और कई स्मैकचियों की धरपकड़ भी की गई लेकिन आलम यह है कि आज भी शहर में चोरी-छिपे स्मैक की खेप आ रही है और युवाओं को इसका आदी बनाया जा रहा है।
जांच में जुटी पुलिस
दूसरी ओर सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पड़ताल शुरू की। पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान विवेक परिहार के रूप में हुई जो करौंदी कॉलोनी का रहने वाला था। उसके परिजनों ने बताया कि वह नशे का आदी था और उसके पास से एक इंजेक्शन भी मिला है जिससे लगता है ओवरडोज मौत का कारण बना है। हालांकि पुलिस पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में कुछ कहने की बात कह रही है।