GWALIOR. ग्वालियर में पुलिस द्वारा चलाये जा रहे हेलमेट चेकिंग अभियान के नाम पर पुलिस द्वारा सड़क चलते संभ्रांत नागरिकों के साथ की जा रही बदतमीजी के खिलाफ अब लोग मुखर होने लगे हैं। कल एक महिला पुलिस अधिकारी द्वारा दो लोगों को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हुआ था और आज कुछ महिलायें अपने पतियों के साथ पुलिस द्वारा सड़क पर किये जा रहे दुर्व्यवहार और मनमाने चालान करने के लिए ऑफिस में प्रदर्शन करने पहुँच गयीं।
शहर में चल रहा है हेलमेट चेकिंग अभियान
ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक और जहां जोर शोर से हेलमेट चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं पुलिस पर चेकिंग के नाम पर बदसलूकी और जबरन अधिक चालान करने के आरोप भी लग रहे हैं।
चाबी छीनने का आरोप
ग्वालियर के हजीरा चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा नारायण विहार कॉलोनी के लोगों के गलत चालान करने और बिना कारण मोबाइल और गाड़ी की चाबी छीनने से परेशान फरियादी देर रात एसपी ऑफिस पहुंचे और एसएसपी को पूरे मामले की जानकारी देते हुए उचित कार्यवाही की मांग की जहां एसएसपी ने भी फरियादियों को जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की बात कही।
महिला अधिकारी ने मारे थप्पड़
एक रोज पूर्व तानसेन होटल चौराहे पर भी वाहन चेकिंग के दौरान महिला पुलिस अधिकारी का लोगों से विवाद हुआ था और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें महिला उपनिरीक्षक द्वारा एक वाहन चालक के साथ मारपीट भी की गई और लोगों में पुलिस की हेलमेट चेकिंग अभियान को लेकर लगातार नाराजगी बढ़ती जा रही है।
महिला पहुँची एसपी ऑफिस
आज अनेक संभ्रांत परिवारों की महिलाएं एसपी से शिकायत करने के लिए एसपी ऑफिस पहुंच गयीं। उनका कहना है कि पुलिस हेलमेट चेकिंग के नाम पर लोगों को परेशान कर रही है। सरे राह सार्वजनिक रूप से महिलाओं और पुरुषों को बेइज्जत किया जा रहा है। पुलिस पीटती है ,चाबी छीन लेती। पांच सौ का चालान बनाने की जगह दस हजार का चालान बनाया जा रहा है।
बच्चों के ऑटो चालक के साथ पहुंचे अभिभावक
इस चैकिंग के दौरान स्कूल से लौट रहे बच्चों को लेकर जा रहे एक ऑटो के चालक को भी रोककर चाबी छीन ली गयी। मोबाइल भी पुलिस ने छीन लिया। बच्चे घर नहीं पहुंचे तो अभिभावक चिंतित हो गए। बाद में उन्हें घटनाक्रम पता चला तो वे बच्चों की मम्मियां इकट्ठी होकर ऑटो वाले के साथ एसपी से मिलने पहुंच गयीं। एसपी अमित सांघी से इन्होने मुलाक़ात की और बताया गया कि हेलमेट के नाम पर पर पुलिस की इस बदतमीजी को रोका जाए।