संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में आयकर विभाग ने शनिवार सुबह से इंदौर के बिल्डर्स ग्रुप पर छापे मारे। इसमें मुख्य तौर पर टीनू उर्फ भूपेश संघवी का वास्तु ग्रुप जांच के दायरे में आया है। इसके साथ ही संघवी परिवार की जिसमें सुरेंद्र संघवी, प्रतीक संघवी आदि भी हैं। इनसे जुड़ी 20 से ज्यादा कंपनियां हैं, जो रडार पर हैं। इसके साथ ही लाभम और शुभम ग्रुप वालों के यहां भी टीम पहुंची है। इसमें सुमित मंत्री, पप्पू मंत्री आदि भी शामिल है। शुभम ग्रुप में सुमित मंत्री और राउ विधायक जीतू पटवारी भी आपस में लिंक हैं, पटवारी परिवार से कुछ जमीन लेकर ही मंत्री ने शुभम नाम से प्रोजेक्ट डेवलप किए हैं। सांवेर रोड इंडस्ट्रियल एरिया में एक अन्य ग्रुप एचडी वायर्स पर भी कार्रवाई की बात सामने आ रही है जो दिलीप देव की बताई जाती है, देव बेकरी भी इन्हीं की है।
कारों पर लगाए थे महाकाल लोक उज्जैन यात्रा के स्टीकर
आयकर विभाग ने गोपनीयता बनाए रखने के लिए किराए पर ली गई कारों पर श्री महाकाल लोक उज्जैन यात्रा के स्टीकर लगाए हुए थे। इससे किसी को शक नहीं हो कि विभाग की कोई कार्रवाई होने जा रही है। सभी कारों पर इस तरह के स्टीकर लगाए गए थे।
संघवी के साथ दीपक मद्दा भी पार्टनर
संघवी ग्रुप कई कंपनियां हैं। इसमें टीनू (भूपेश) संघवी के डायरेक्टर वाली कंपनी तालावली कृषि फार्म प्रालि, उषा कान्वेक्स प्रालि, के जयंतलीला डेवलपर्स, राजवी होल्डिंग्स, रहेला इंजीनियरर्स, श्री हरि सेरिल्यस प्रालि, वास्तु आवास प्रालि है। बताया जा रहा है कि मुख्य रूप से वास्तु ग्रुप ही आयकर की जांच में हैं। वहीं जांच का दायरा आगे बढ़ता है तो संघवी परिवार के सदस्यों के नाम पर एक दर्जन से अधिक कंपनियां और हैं। इनकी अन्य कंपनियों में मालवा आईटी पार्क, सिदार्थ इन्वेस्टमेंट, पर्रगित सिस्टम, एम नरेडी, प्रेम पटेल डेवलपर्स, सिम्पलेक्स आदि हैं। इसमें सैंय्यम इन्फ्रास्ट्रक्चर में जयंती संघवी के साथ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दा जो भगोड़ा भूमाफिया है वह भी पार्टनर है। वहीं एक अन्य कंपनी समता कंस्ट्रक्शन में दीपक की पत्नी समता जैन व संघवी परिवार के सदस्य पार्टनर है। एक अन्य कंपनी सिम्पलेक्स में भी संघवी परिवार के साथ मद्दा पार्टनर है।
संघवी की अधिकांश कंपनियां जवाहर मार्ग और नवनीत दर्शन में
कंपनियों की दी गई जानकारी के अनुसार संघवी परिवार की अधिकांश कंपनियां दो जगह पर रजिस्टर्ड हैं। इसमें एक जवाहर मार्ग 15-16 का पता है तो दूसरा पत नवनीत दर्शन ओल्ड पलासिया का दिया हुआ है।
लाभम और शुभम ग्रुप
लाभम ग्रुप में युगांश सोनी, विनोद कासट, प्रथम मंत्री, सत्यनारायण आदि हैं। इसके साथ ही शुभम ग्रुप भी जांच के दायरे में है, जिसकी शुभम सिटी होम्स, केएम मंत्री, केएसपीएल शुभम सोलर, शुभम रियल जैसी कंपनियां हैं। इसमें सुमित मंत्री, कल्याण मंत्री, शांति देवी, गोपल मंत्री, सुरेश चंद्र विजयवर्गीय, बीना संघवी, अंजलि मंत्री, ऋषि गंगवाल, राजेंद्र सुराणा, सुरेश कुमनार मौड, ख्याती संघवी आदि डायरेक्टर हैं। एक कंपनी केएसपीएल शुभम सोलर एनर्जी पार्क प्रालि में विधायत जीतू पटवारी के परिजन भरत पटवारी भी डायरेक्टर हैं। इसमें सुमित मंत्री, गौरव बाबू तारे और चेतन सिंह सोलंकी भी डायरेक्टर हैं।
मंत्री ग्रुप की एक कंपनी में संघवी परिवार के भी सदस्य
आयकर विभाग की मूल कार्रवाई संघवी बिल्डर्स पर रही है। बताया जा रहा है कि इसी कारण से शुभम और लाभम ग्रुप भी चपेट में आए हैं। क्योंकि इनकी एक कंपनी केएम मंत्री इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रालि में ख्याति संघवी और बीना संघवी भी डायरेक्टर हैं। ख्याति संघवी, संघवी परिवार के सदस्यों द्वारा बनाई गई कंपनी राजवी होल्डिंग में भी डायरेक्टर हैं। इसी तरह बीना संघवी, टीनू संघवी के साथ बनी एक अन्य कंपनी के जयतंलीला डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन में डायरेक्टर हैं, इसके अलावा भी वे राजीव होल्डिंग सहित आधा दर्जन कंपनियों से लिंक हैं।
सुरेंद्र संघवी और मद्दा हो चुके हैं भूमाफिया घोषित
संघवी परिवार के सदस्य सुरेंद्र संघवी और उनके पार्टनर दीपक मद्दा जनवरी 2021 में ही कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा भूमाफिया कार्रवाई में रडार पर आ चुके हैं। इसमें दोनों मुख्य आरोपी थे और कई थानों में केस दर्ज कराए गए थे। इसके बाद मद्दा तभी से फरार होकर भगोड़ा है जिस पर इनाम भी घोषित हो चुका है। वहीं संघवी भी कुछ समय फरार रहा था, इसके बाद संघवी उसके बेटे प्रतीक को कोर्ट से विविध शर्तों के साथ अग्रिम जमानत मिली थी।