भोपाल. दिवाली (Diwali) से पहले 1 नवंबर को बिजलीकर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। प्रदेश के लगभग 70 हजार बिजलीकर्मी हड़ताल (Power Sector Employee strike) पर हैं। कर्मचारी न तो ऑफिस जा रहे हैं, न ही कोई शिकायत सुन रहे हैं। मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम के संयोजक वीके एस परिहार के मुताबिक, हमारी पांच सूत्रीय मांगे पूरी होने तक हम हड़ताल (Strike) खत्म नहीं करेंगे। इस दौरान बिजली की कोई भी समस्या आती है तो कर्मचारी शिकायत अटेंड नहीं करेंगे।
2 नवबंर से दिवाली का त्योहार शुरू
2 नवबंर के दिन धनतेरस है। इससे एक दिन पहले कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है। करीब 29 हजार नियमित, 6 हजार संविदा और 35 हजार आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। परिहार ने बताया कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो दिवाली के दिन भी फॉल्ट, ट्रिपिंग, पावर कट की समस्या को कर्मचारी ठीक नहीं करेंगे। इस कारण आम लोगों के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है। क्योंकि त्योहार के दिन अगर कॉलिनियों, घरों में अधेरा होता है तो उसे ठीक करने वाले कर्मचारी फील्ड पर नहीं होंगे।
परिहार ने बताया कि फोरम ने राज्य के बिजली मंत्री और विभाग के प्रमुख सचिव से कई बार मुलाकात की है और उनसे अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की है। इस दौरान आश्वासन तो मिले लेकिन उन पर अमल नहीं हुआ। एमपीयूएफपीईई सरकारी बिजली कंपनियों के इंजीनियरों और कर्मचारियों के 11 संगठनों का फोरम है।
यह है कर्मचारियों की मांगे
- संविदा के अधिकारी-कर्मचारियों का वेतनवृद्धि और DA भी पिछले सालों में नहीं लगाया गया है। इसलिए सभी संविदाकर्मियों के अक्टूबर के वेतन में DA की राशि भी दी जाए।