संजय गुप्ता,INDORE.मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (assembly elections)को भले ही 13 महीने बचे हैं,पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath)सभी को नसीहत दे रहे हैं कि मतभेद भुलाकर काम में लग जाओ,लेकिन कांग्रेस की आपसी सिर फुटौव्वल थमने का नाम नहीं ले रही। शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष जया तिवारी (Jaya Tiwari)ने फिर कांग्रेस की हालत उजागर करके रख दी है। उन्होंने कमलनाथ से मिलकर आरोप लगाए हैं कि शहर कांग्रेस उन्हें सहन नहीं कर पा रही और हटाने के लिए साजिश की जा रही है। मुझे पार्टी के लोग ही मुंह काला करने की धमकी देते हैं। रैलियों में महिलाओं को धक्का दे दिया जाता है,सच बोलने पर हटाने पर ऊतारू हो जाते हैं।
केबिन नहीं दिया,नेमप्लेट लगाने नहीं देते
जया के मुताबिक,मुझे पार्टी दफ्तर गांधी भवन में केबिन तक नहीं दिया गया है और जब शहराध्यक्ष विनय बाकलीवाल (Vinay Bakliwal)से यह मांगती हूं तो कहा जाता है कि आज तक किसी महिला को केबिन नहीं दिया तो फिर आपको क्यों दे? तिवारी ने द सूत्र को बताया कि हालत खराब है मैंने अपने पैसों से ही नेमप्लेट बनवाई और कहा कि इसे लगवा दो तो मुझे कहा जाता है कि ऐसे किस-किस की नेमप्लेट लगाएंगे यहां तो कांग्रेस में यूथ कांग्रेस और कई तरह के मोर्चे हैं। बैठने की जगह पर कहते हैं कि यहीं बाकलीवाल के केबिन में ही बैठकर मीटिंग कर लिया करें।
बड़ा नेता छोटे को दबाने की कोशिश करता है,मंदिर में करती हूं मीटिंग-जया
तिवारी ने द सूत्र को बताया कि तीन माह पहले मैंने काम संभाला,लेकिन पद मिलने के बाद बाकलीवाल कहते हैं कि अब आप अपना जानो मैडम, मैं कुछ नहीं कर सकता। बड़ा नेता छोटे को दबाने की सोचता है,कोशिश करता है यही राजनीति है। कमलनाथ जी ने मुझ पर भरोसा जताया है तो मैं तो पार्टी का काम करूंगी। जगह नहीं होने के चलते मीटिंग नहीं ले पाती हूं,इसलिए कभी मंदिर तो कभी निजी आफिस,या कॉफी हाउस में मिलकर मीटिंग करती हूं। पर मैं तो अपना काम तो करती रहूंगी।
कई दावेदार थे,लेकिन तिवारी के बनने के बाद चल रही साजिशें
दरअसल तिवारी का बनना कई बड़े पदाधिकारियों को रास नहीं आया। बताया जाता है कि कुछ पदाधिकारी शशि यादव, साधना भंडारी को अध्यक्ष बनवाना चाहते थे,लेकिन जया तिवारी बन गईं। इनके विरोध में पदाधिकारी एकजुट हो गए। हाल ही में जब कांग्रेस प्रभारी महेंद्र जोशी इंदौर दौरे पर आए तो तिवारी इंदौर से बाहर होने के चलते नहीं आई, इसकी सूचना उन्होंने जोशी को दे दी, लेकिन इन पदाधिकारियों ने जोशी को तिवारी के खिलाफ शिकायत की। बाद में तिवारी को यह बात पता चली तो उनका गुस्सा फूट गया और बाद में जोशी को मिलकर कांग्रेस की कलह बताई और फिर कमलनाथ से भी समय लेकर उन्हें भी पूरी घटना बता दी। इसके बाद अब कांग्रेस के पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।