संजय गुप्ता, INDORE. स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में एक बार फिर इंदौर का पहले स्थान पर आना लगभग तय हो गया है। बीते पांच साल से देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर रहा है। इस बार पहला नंबर मिला तो छक्का लगेगा। उधर इसकी औपचारिक घोषणा होने से पहले ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सभी गरबा मंडल, आयोजकों को एक पत्र जारी कर दिया है। पत्र में कहा गया है कि सभी के सहयोग और सफाई मित्रों की कड़ी मेहनत के चलते छठवीं बार इंदौर शहर को पूरे देश में स्वच्छतम शहर होने का खिताब मिलने की पूरी संभावना है। इसके लिए सभी को अग्रिम बधाई और धन्यवाद। पुरस्कार राष्ट्रपति के करकमलों से एक अक्टूबर को नई दिल्ली में मिलेगा।
पत्र में ये लिखा
यह संयोग है कि अभी नवरात्रि चल रही है और गरबों का आयोजन हो रहा है। इसलिए आपसे अपील है कि एक अक्टूबर को इंदौर सफाई का अवार्ड प्राप्त करता है तो इस उपलक्ष्य में गरब पांडालों में स्वच्छता गान गीत पर हमारे शहर की बच्चियां गरबा करें और देश में एक अनूठा संदेश दें। स्वच्छता गान की रिकार्डिंग नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही जिन सफाई मित्रों के कारण यह संभव हुआ, उन्हें भी सम्मान कर अनूठी मिसाल पेश करें।
तीसरी निगमायुक्त जो दो-दो बार कारनाम करेंगी
छह साल पहले तत्कालीन निगमायुक्त मनीष सिंह और महापौर मालिनी गौड की जोड़ी ने यह कारनामा करके दिखाया था। फिर दूसरी बार भी यह टीम जीती। इसके बाद निगमायुक्त आशीष सिंह के साथ भी यह करानामा महापौर गौड़ की टीम ने करके दिखाया। इसके बाद सिंह ने चौथी बार भी यह खिताब जीता, तब निगम में प्रशासक संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा थे। इसके बाद पांचवी बार जब खिताब जीता तब निगमायुक्त प्रतिभा पाल और प्रशासक संभागायुक्त ही थे। अब छटी बार यह अवार्ड जीतने जा रहे हैं और निगमायुक्त पाल है तो वहीं महापौर भार्गव है।